कोरबा/कटघोरा 8 नवम्बर 2023अकित सिंह ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : कटघोरा थाना में एक मामला ऐसा आया है कि जिसमे एक कथित पत्रकार ने एक व्यक्ति से अपने आपको मॉइनिंग अधिकारी बता कर मोटी रकम की वसूली की है जिसकी शिकायत पीड़ित ने कटघोरा थाना में की है। शिकायत के बाद जब कटघोरा पुलिस ने जब कथित पत्रकार को तलब किया तो उसने पैसा वापस करने की बात कही और उल्टे पुलिस की ही शिकायत करने जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच गया।
बतादें की मामला कटघोरा थान्तर्गत ग्राम लखनपुर के ललमटिया मोहल्ला का है जहां रामलाल पटेल के साथ बीते दिनों कटघोरा के कसनिया निवासी कथित पत्रकार पुनीत दुबे रामलाल पटेल के घर जाकर अपने आपको खनिज अधिकारी बताकर उनसे कहने लगा कि तुम रेत ट्रेक्टर चलाते हो और रेत का परिवहन करते हो तो 10 हज़ार रुपये दो। नही तो तुम्हारे खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। पुनीत दुबे ने मॉइनिंग अधिकारी का झांसा देकर रामलाल पटेल के बेटे को जेल भेजने की धमकी दी भी दी गई। रामलाल पटेल डर में कथित पत्रकार पुनीत दुबे जोकि अपने आपको खनिज अधिकारी बता रहा था उसे 10 हज़ार रुपये की व्यवस्था कर दे दिया।
लखनपुर निवासी रामलाल पटेल को जब पुनीत दुबे के विषय मे लोगों ने बताया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। रामलाल पटेल ने इसकी लिखित शिकायत कटघोरा थाना पहुंचकर दर्ज कराई। मामले की विवेचना कटघोरा थाना के प्रधान आरक्षक संदीप पांडेय द्वारा की जा रही है। जब इस विषय को लेकर पुलिस ने पुनीत दुबे को थाना तलब किया तो पुनीत दुबे पुलिस की कार्यवाही से बचने के लिए लिए हुए पैसे को वापस करने की बात कहने लगा। पुलिस ने पीड़ित रामलाल पटेल को रकम दिलाने के लिए पुनीत दुबे को समझाइस दी।
कथित पत्रकार उल्टे पुलिस की ही शिकायत करने पहुंचा SP कार्यालय
कथित पत्रकार पुनीत दुबे द्वारा अवैध उगाही की शिकायत होने के बाद विवेचक प्रधान आरक्षक संदीप पांडेय की शिकायत करने जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच गया जहां रामलाल पटेल के द्वारा की गई शिकायत पर उन्होंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लिखित शिकायत करते हुए दर्शाया की रामलाल पटेल, मनोज चौहान द्वारा मुझे फसाने के लिए झूठी शिकायत की है और प्रधान आरक्षक संदीप पांडेय द्वारा मुझसे 25 हज़ार की मांग की है जिसपर 5 हज़ार रुपये फोनपे से मेरे द्वारा दिया गया है 20 हज़ार की मुझसे और मांग की जा रही है। कथित पत्रकार पुनीत दुबे ने यह भी आरोप लगाया है कि संदीप पांडेय बीजेपी समर्थित व्यक्ति है और चुनाव के मद्देनजर चुनाव प्रभावित होने का आरोप लगाया है। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि संदीप पांडेय द्वारा डीजल चोरों, कोयला चोरों से अवैध पैसे की वसूली की जाती है।
खैर कथित पत्रकार पुनीत दुबे अपने आपको खनिज अधिकारी बताकर ट्रैक्टर चालको से अवैध उगाही कर रहा है इसकी शिकायत थाना में आने के बाद पुलिस चौकन्नी हो गई है। उल्टे कथित पत्रकार ने अपना गुनाह कबूलते हुए पैसे वापस करने की भी बात कही लेकिन इसके विपरीत कथित पत्रकार पुलिस की शिकायत करने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच गया। अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस इस कथित पत्रकार पुनीत दुबे पर क्या कार्यवाही करती है।
दरअसल इस तरह के पत्रकार खबरों की जगह ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली के जुगाड़ में घूमते रहते हैं। पुलिस थाने, ब्लॉक ऑफिस, आरटीओ ऑफिस, नगर निगम जैसे कार्यालयों में दलाल बनें ये फर्जी पत्रकार घूमते रहते हैं और खबरें प्रसारित करने की धमकी देकर वसूली करते हैं। शासन प्रशासन ऐसे फर्जी पत्रकारों से परेशान है। ये सरकार की छवि धूमिल कर रहे हैं। इन लोगों की वजह से सही और शरीफ लोगों का जीना मुहाल हो रहा है। पत्रकारिता की आड़ में लोगों को डराना, धमकाना, वसूली करना, मानसिक शोषण करना इनका धंधा बन चुका है। ये समस्या सिर्फ कटघोरा की ही नहीं बल्कि पूरे जिले के साथ साथ प्रदेश में खड़ी होती जा रही है। फर्जी पत्रकारों की संख्या और आतंक बढ़ता ही जा रहा है। इन पर अविलंब नकेल कसे जाने की जरुरत है।