कोरबा/कटघोरा 15 जनवरी 2024 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : कटघोरा नगर में 24 घंटे के भीतर चोरों ने दो सुने मकानों में लाखों की सेंधमारी की घटना को अंजाम दिया है। इस तरह लगातार दो दिनों में इस बडी चोरी की घटना से नगर में चोरी की वारदातों से भय बना हुआ है। चोर पुलिस को ठेंगा दिखाकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस उनके गिरेबान तक नहीं पहुंच पा रही है। पुलिस पुरानी वारदात का खुलासा कर पाती, इससे पहले ही नई वारदात हो जाती है।
कटघोरा नगर में आज फिर से कटघोरा मंडी रोड स्थित नगर के वरिष्ठ पत्रकार अशोक दुबे के सुने मकान में आधी रात चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया है। बतादें की वरिष्ठ पत्रकार अशोक दुबे अपनी बेटी को अहमदाबाद छोड़ने परिवार समेत गए हुए हैं। इसी बीच सुने मकान का फायदा उठाते हुए चोरों ने इस चोरी की घटना को अंजाम दिया है। घर के बाहर के गेट का ताला तोड़कर भीतर घुसने का मुख्य दरवाजे का तोड़कर घर के भीतर रखे आलमारी के सामानों को बिखेर दिया। चोरों ने आलमारी में रखे सोने के जेवरातों पर हांथ साफ किया और चांदी के सामानों को अलमारी पर ही छोड़ दिया। भीतर रखे कपड़ों को पूरी तरह कमरे में बिखेर दिया है। अपनी वारदात को छिपाने घर के बाहर और भीतर लगे सीसीटीवी कैमरे का रिसीवर भी अपने साथ उठा ले गए।
सुबह जब पास में रहने वाले अशोक दुबे के भाई विजय दुबे व राजेश दुबे ने गेट का ताला टूटा हुआ देखा तो उन्होंने इसकी सूचना कटघोरा थाना में दी। कटघोरा पुलिस व डॉग स्कवाड की टीम बाघा को लेकर मौके पर पहुंची। डॉग मास्टर बाघा के साथ घटना स्थल की जांच की उस दौरान बाघा ने चोरों के गए हुए रास्तों पर पुलिस को लेकर पहुंची। कल हुए कटघोरा के मोहलाइन भाटा में ऋषभ राठौर के घर पर हुई चोरी को लेकर डॉग मास्टर बाघा के साथ चोरों की पतासाजी की तो बाघा चोरों के अंतिम निशानदेही तक पहुंचा तो लेकिन चोर अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस ने वारदात स्थल का मौका-मुआयना करने और सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालने से ज्यादा कुछ नहीं कर पाई है। पुरानी चोरियों का पर्दाफाश नहीं होने और बढ़ती चोरियों से लोगों में रोष व्याप्त है।
पुलिस की रात्रि गस्त पर उठ रहे सवाल.
24 घंटे में कटघोरा नगर में दो चोरी की घटना से जहां लोगों में भय का माहौल है वहीं लोगों में कटघोरा पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी भी सामने आ रही है। लोगों ने रात्रि गश्त पर सवाल उठाते हुए कह रहे है कि कटघोरा मुख्य मार्ग से कुछ ही दूरी पर इस तरह चोरों द्वारा बेधड़क चोरी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है रात्रि गस्त पर पुलिस करती क्या है। रात्रि गस्त में पुलिस जवानों के साथ डॉयल 112 भी मुस्तैद रहती है लेकिन कहां? लोगों का कहना है कि डायल 112 केवल वसूली का काम करती है। शहर की सुरक्षा को लेकर कटघोरा पुलिस की कार्यप्रणाली बिल्कूल निष्क्रिय साबित हो रही है।