कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : सरकार गरीबों तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पहुंचाने के बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन जमीनी सच्चाई इसके उलट है. हाल ही में जिले के कोरबा ग्राम पंचायत, लेपरा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां रामनारायण पिता सावनसाय के साथ आवास मित्र जिओ टेक करने के नाम में अपने भाई को कम देने को लेकर दबाव देने लगा इसके बाद , हितग्राही ने आवास मित्र के भाई रामगोपाल ने आवास 70,000/- बनाने के नाम से लिया था, जिसके बाद प्रधानमंत्री आवास बनाने मकान को लेकर डीपीसी कर अधूरा काम कर छोड़ दिया है हितग्राही द्वारा आवास मित्र काम चालू करने को बोलने पर हितग्राही को गलौज वह जान से मारने की धमकी व धोखाधड़ी करने के आरोप लगाया हैं.
जानकारी के मुताबिक,2020-21 में कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के लेपरा ग्राम पंचायत निवासी रामनारायण पिता सावनसाय को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला. जैसे ही पैसा खाते में आया, उसके सपने खिल उठे कि अब उसे कच्चे मकान से मुक्ति मिलेगी. प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत काम कर रहे आवास मित्र के भाई ने रामगोपाल घर बनने के 70,000/- देने के बाद घर में गड्ढे कर बनाने का काम सिलसिला चालू हुआ तब डीपीसी कर उसे छोड़ दिया गया . इसके बाद हितग्राही ने कई बार शिकायत जनपद पोड़ी उपरोड़ा में की , लेकिन आज तक वह घर अधूरा से अधूरा पड़ा हुआ है हितग्राही में आवास मित्र भाई ने दावा बनाकर पर गबन का आरोप लगाया है और गाली गलौज का आरोप थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराया है l
रामनारायण पिता सावनसाय ने आरोप लगाया कि आवास मित्र के भाई रामगोपाल कश्यप ने उसे भरोसा दिलाया कि वह उसका पक्का मकान बनवाएगा. लेकिन आज तक वह मकान अधूरा डीसी पड़ा हुआ है काम चालू करने पर बोलने पर गाली गलौज हुआ करने की धमकी देता है
ग्राम लेपरा की आवास मित्र के भाई ने ग्राम पंचायत में कई ग्रामीण के आवास दवा बनाकर काम लिया है जो कि कई लोगों के काम आज भी अधूरे पड़े हैं जिसको लेकर ग्रामीण द्वारा कई बार शिकायत सरपंच व जनपद में की गई है प्रधानमंत्री आवास के घर बनाए गए हैं जिस पर पानी भी छू रहे हैं यह भी बात सामने आई है