रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ के लगभग सभी कांग्रेस विधायक दिल्ली पहुंचे थे. ये सभी लोग छ्त्तीसगढ़ में बदलाव के सख्त खिलाफ थे. आज नई दिल्ली में कांग्रेस के आलाकमान के साथ विधायक दल की बैठक रखी गई थी. यह बैठक शाम को खत्म हुई. विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी से छ्त्तीसगढ़ में बदलाव का दौर फिलहाल टल गया है. जानकारी अनुसार यथावत रहेंगे छ्त्तीसगढ़ के मुखिया.
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 में से 67 सीटें हासिल की थी. बीजेपी को 15 सीटें मिली थीं. पूर्ण बहुमत वाली सरकार में तब मुख्यमंत्री पद के लिए दो मजबूत दावेदार थे. एक भूपेश बघेल और दूसरे टीएस सिंहदेव. दावा है कि कांग्रेस आलाकमान ने तब ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बनने का फॉर्मूला तय किया और भूपेश बघेल पहले टर्म के लिए मुख्यमंत्री बन गए. अब ढाई साल पूरे हो चुके हैं और बारी टीएस सिंहदेव की थी. लेकिन मामला फंस गया. लेकिन लंबे अंतराल के बाद छ्त्तीसगढ़ की राजनीति में उथल पुथल समाप्त होने की जानकारी मिल रही है.