कटघोरा के बाद पाली क्षेत्र में भी वरदान साबित हो रही डॉ खूंटिया की सेवाएं.. अस्थिरोग से पीड़ित मरीजों को मिली राहत

कोरबा/पाली ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): पाली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अब न्यूरो, नस रोग, वात रोग, साइटिका और अस्थि से जुड़ी समस्याओं के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. हिमांशु खुटिया की सेवाएं उपलब्ध हो गई हैं। उनके आगमन से इन बीमारियों से पीड़ित मरीजों को काफी राहत मिल रही है।

कटघोरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ. हिमांशु खुटिया को क्षेत्र के जाने-माने अस्थि विशेषज्ञों में गिना जाता है। अब वे हर गुरुवार पाली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जैसे ही उनकी वैकल्पिक नियुक्ति की जानकारी क्षेत्र में फैली, अस्थि और नस रोग से पीड़ित मरीज बड़ी संख्या में उनकी सेवाओं का लाभ उठाने पहुंचने लगे।

पाली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को आधुनिक बनाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। रोगियों की जांच और ऑपरेशन के लिए विभिन्न प्रकार की आधुनिक मशीनें स्थापित की गई हैं। हालांकि, विशेषज्ञ डॉक्टरों और प्रशिक्षित चिकित्सकों की कमी के कारण इन सुविधाओं का लाभ मरीजों को पूरी तरह नहीं मिल पा रहा था। उदाहरण के लिए, फिजियोथेरेपी के लिए विशेष जिम तैयार किया गया था, जिसमें लाखों रुपये के उपकरण लगाए गए। लेकिन विशेषज्ञ फिजियोथेरेपिस्ट और ट्रेनर की नियुक्ति न होने के कारण ये उपकरण अब कबाड़ में तब्दील हो गए हैं।

डॉ. खुटिया की सेवाओं से अब इन उपकरणों के फिर से उपयोग में आने की संभावना बढ़ गई है। इससे मरीजों को बेहतर इलाज और सुविधाएं मिलने की उम्मीद है।

पहले पाली क्षेत्र के मरीज साइटिका, नस रोग और अस्थि समस्याओं के इलाज के लिए बिलासपुर जैसे बड़े शहरों पर निर्भर थे। वहां इलाज कराने में समय और धन दोनों अधिक खर्च होते थे। लेकिन अब यह सुविधा पाली में ही उपलब्ध होने से मरीजों को बड़ी राहत मिली है।

डॉ. खुटिया के इलाज से मरीजों को न केवल स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है, बल्कि उन्होंने सप्ताह में उनकी सेवाएं तीन दिन तक बढ़ाने की मांग भी की है। इसके अलावा, अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की भी आवश्यकता जताई गई है, जिससे क्षेत्र के मरीजों को और बेहतर सुविधाएं मिल सकें।