पाली में कोरोना संक्रमित का बढ़ता आंकड़ा गहन चिंता का विषय, आमजन द्वारा बरती जा रही लापरवाही, भयंकर हो सकता है परिणाम..

कोरबा/पाली (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा :- कोविड-19 के मामले को लेकर जहाँ पाली को सुरक्षित स्थान माना जा रहा था इसके विपरीत पाली में एक-एक कर अबतक निकल चुके लगभग आधा दर्जन कोरोना संक्रमितों से स्थानीय सहित आसपास क्षेत्रवासी काफी दहशतजदा है।वर्तमान यह देखने मे आ रहा है कि लोग कोरोना संक्रमण की प्रारंभिक अवस्था मार्च-अप्रैल के समय मे जितने भयभीत, सावधान और सतर्क नजर आए थे वर्तमान उसमे काफी कमी आई है।तथा लॉकडाउन में ढील के बाद दुकानों, चौंक-चौराहों में जिस तरह की भीड़ नजर आती है तथा सड़क पर लोग बिना मास्क एवं अनावश्यक रूप से घूमते पाए जाते है उससे आने वाले समय की भयावहता का शायद किसी को अंदाजा भी नही।लोगों का मानना अब यह हो चला है कि इस बीमारी की चपेट में आए काफी लोग स्वस्थ हो चुके है।किंतु उन्हें यह भी सोचना चाहिए कि उक्त संक्रमण की जकड़ में आए अनेकों असमय काल के ग्रास में समा चुके है।दूसरी बात यह कि पाली में जितने लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए उनके कांटैक्ट हिस्ट्री भी पूरी तरह से नही खंगाली जा रही है।इसके अलावा कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आने वाले वर्ग जिन्हें कवारेंटाइन में रहने का निर्देश देकर स्थानीय प्रशासनिक अमला भूल जाता है और वे वर्ग सड़कों पर खुलेआम घूमते हुए अपनी दिनचर्या में नजर आते है और इन्हीं कारणों से कहीं ना कहीं पाली में कोरोना वायरस के फैलने में मदद मिल रही है।इस महामारी के बचाव हेतु अभी तक जब इसकी कोई दवा सार्वजनिक नहीं हुई है और सरकार अपने स्तर पर इस संक्रमण से जन-जन को जागरूक करते हुए बचाव का पूरा प्रयास कर रही है तो फिर ऐसी स्थिति में लोग आखिर सबक क्यों नही ले रहे है।पाली में अभी तक जो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए उनके पूरी कांटैक्ट हिस्ट्री स्थानीय प्रशासनिक अमले को खंगालने के साथ कवारेंटाइन रहने वालो को कोविड- 19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराना जरूरी है।वहीं नगर पंचायत प्रशासन व पुलिस द्वारा दुकानों व चौंक-चौराहों पर नजर आने वाले भीड़भाड़ तथा बिना मास्क सड़क पर दिखने वालों सहित अनावश्यक घूमने वालों पर उचित कार्यवाही को लेकर व्यापक तौर पर ठोस कदम उठाने की भी महती आवश्यकता है।तभी कोरोना के बढ़ते फैलाव पर अंकुश लगाया जा सकता है।अन्यथा आगे भयंकर परिणाम सामने आने के साथ हालात नियंत्रण से बाहर होने का अंदेशा है।बता दें कि कोरोना एक लंबे समय तक चलने वाला संक्रमण है जिसका टीका जबतक आमजन के पहुँच में ना आ जाए तबतक सतर्कता एवं बचाव ही इसका वर्तमान में इलाज है।आमजन को भी इस दिशा पर सतर्क एवं जागरूक होकर एक दूसरे से जरूरी शारीरिक दूरी बनाए रखने की जरूरत है और समय-समय पर स्वच्छता का ध्यान रखते हुए मास्क पहनने की अनिवार्यता को भी समझने की आवश्यकता है।तभी भविष्य के लिए वर्तमान में लिए गए ठोस निर्णय एवं बरती गई सतर्कता ही सकारात्मक फल सामने ला सकता है।

साकेत वर्मा की रिपोर्ट..!