जशपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़)/साकेत वर्मा: गौतमी हाथियों का दल फरसाबहार क्षेत्र में लगातार उत्पात मचा रहा है. ये हाथी किसानों की फसल को रौंदने के साथ-साथ घरों को तोड़ रहे हैं और लोगों पर हमला कर रहे हैं. फरसाबहार जनपद के ग्राम वनमुंडा में हाथियों को खदेड़ने के दौरान एक ग्रामीण हाथियों के घेरे में फंस गया और हाथी ने उस पर हमला कर दिया.
हाथी ने उसे गिरा दिया और कुचल कर मारने प्रयास करने लगा, युवक ने पास के ही एक गड्ढे में कूद कर अपनी जान बचाई. घायल युवक को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया जहां से उसे रायगढ़ रेफर कर दिया गया है.
दरअसल, जंगली हाथियों का दल जिले के फरसाबहार क्षेत्र में लगातार उत्पात मचा रहा है. फरसाबहार जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत सीमाबारी के आश्रित ग्राम वनमुंडा में जंगली हाथियों का एक दल गांव में घुस आया. जिससे गांव में अफरा तफरी मच गई, ग्राम वासी इस दल को वापस जंगल में खदेड़ने के लिए इकट्ठा हुए, इस दौरान हाथियों ने अचानक पलट कर भीड़ पर हमला कर दिया.
मुश्किल से बची जानहाथियों के हमले से घायल ग्रामीण
हमले में ग्राम वनमुंडा में रहने वाला लाल साय हाथियों के बीच फंस गया. हाथी ने सूंड से धक्का देकर उसे जमीन पर गिरा दिया. लाल साय ने साहस और समझदारी का परिचय देते हुए जमीन पर गिरे हुए लेटे-लेटे स्वयं को हाथियों के घेरे से बाहर लाकर एक गड्ढे में गिरा लिया. हाथी के हमले और गड्ढे में गिरने से लाल साय के पैर और सीने में चोट आई है, लेकिन उसकी जान बच गई.
‘इलाज का पूरा खर्च दिया जाएगा’
डीएफओ ने बताया कि दल में करीब 14 हाथी है, एक सप्ताह पहले गौतमी दल ने करीब 3 से 4 घरों को तोड़ा था, फसलों को नुकसान पहुंचाया है. इस दौरान हाथियों ने 1 व्यक्ति की जान भी ले ली. मृतक व्यक्ति के परिजनों को मुआवजे की राशि देने की प्रकिया चल रही है. फिलहाल घायल का इलाज करवाया जा रहा है. प्राथमिक सहायता राशि दी गई है, ठीक होने के बाद इलाज का पूरा खर्च दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि गौतमी दल सरगुजा से लेकर ओडिशा तक विचरण करता है और फिलहाल जशपुर जिले में है.