भाजपा मंडल कटघोरा ने मनाया पण्डित श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती

कटघोरा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा:- आज भारतीय जनता पार्टी मंडल कटघोरा के समस्त कार्यकर्ता डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी जन संघ के संस्थापक थे उनकी आज जयंती है, इस उपलक्ष में आज कसनिया (कटघोरा) में वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया गया व उनके किए गए कार्यों को याद किया इस कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष धनु प्रसाद दुबे जी, पूर्व मंडल अध्यक्ष संजय शर्मा जी, महामंत्री राजेंद्र टंडन, अभिषेक गर्ग,मंडल मंत्री मनोज नायडू, कोषाध्यक्ष अजय धनोदिया, नगरपालिका उपाध्यक्ष बजरंग पटेल,पार्षद शरद गोयल, उत्तम राज रंधावा,गुरुबक्श संधु,सच्चिदानन्द तिवारी, सोशल मीडिया प्रभारी साकेत वर्मा उपस्थित रहे।
 मंडल अध्यक्ष धनु दुबे व् पूर्व मण्डल अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि जन संघ के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने स्वेच्छा से आजादी की अलख जगाने के उद्देश्य से राजनीति में प्रवेश किया। डॉ. मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धान्तवादी थे। उन्होंने बहुत से गैर कांग्रेसी नेताओं की मदद से कृषक प्रजा पार्टी से मिलकर प्रगतिशील गठबन्धन का निर्माण किया। इस बंगाल की प्रान्तीय सरकार में वे वित्तमन्त्री बने। इसी समय वे राष्ट्रवाद के प्रति आकर्षित हुए और हिन्दू महासभा में सम्मिलित हुए।
डॉ. मुखर्जी जम्मू-कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। उस समय जम्मू-कश्मीर का अलग झण्डा और अलग संविधान था। वहाँ का मुख्यमन्त्री (वजीरे−आजम) अर्थात् प्रधानमन्त्री कहलाता था। संसद में अपने भाषण में डॉ. मुखर्जी ने धारा−370 को समाप्त करने की भी जोरदार वकालत की। अगस्त 1952 में जम्मू की विशाल रैली में उन्होंने अपना संकल्प व्यक्त किया था कि या तो मैं आपको भारतीय संविधान प्राप्त कराऊँगा या फिर इस उद्देश्य की पूर्ति के लिये अपना जीवन बलिदान कर दूँगा। अपने संकल्प को पूरा करने के लिये वे 1953 में बिना परमिट लिये जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े। वहाँ पहुँचते ही उन्हें गिरफ्तार कर नजरबन्द कर लिया गया। 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी। डॉ. मुखर्जी देह से तो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनका बलिदान हमें मातृ भूमि के लिए जीने की प्रेरणा सदैव देता रहेगा।

साकेत वर्मा की रिपोर्ट