Katghora Nagar Palika Election 2025: कोमल बिगाड़ रहे है भाजपा-कांग्रेस का समीकरण.. मिल रहा भारी जनसमर्थन, जायसवाल-साहू समाज का भी साथ

कटघोरा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): छत्तीसगढ़ में नगर निकाय चुनाव का जोश और उत्साह चरम पर पहुंच चुका है। कटघोरा में इस बार राजनीतिक लड़ाई बेहद दिलचस्प हो गई है। भाजपा और कांग्रेस के साथ एक तीसरा मोर्चा भी मजबूती से चुनावी मैदान में उतर चुका है, जिससे मुकाबला और रोमांचक हो गया है।

पूर्व कांग्रेस नेता कोमल जायसवाल मैदान में

कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद पूर्व कांग्रेस नेता कोमल जायसवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक दी है। उन्हें गिलास छाप चुनाव चिन्ह आबंटित किया गया है और वे पूरे नगरीय क्षेत्र में जबरदस्त प्रचार अभियान चला रहे हैं। उनकी चुनावी रणनीति भाजपा और कांग्रेस के लिए नई चुनौती पेश कर रही है।

जनता का मिल रहा समर्थन

कोमल जायसवाल को पुरानी बस्ती इलाके में व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है। इसके अलावा, अन्य वार्डों में भी वे मजबूत पकड़ बना रहे हैं। उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ मिलकर एक संगठित पैनल तैयार किया है, जिससे चुनावी समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं।

जायसवाल समाज की निर्णायक भूमिका

इस बार चुनाव में जायसवाल समाज निर्णायक भूमिका में नजर आ रहा है। समाज का समर्थन पाने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के साथ-साथ राज जायसवाल भी पूरी कोशिश में जुटे हुए हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि समाज किसका समर्थन करता है और चुनावी गणित किस ओर मुड़ता है।

विकास के बड़े वादे

कोमल जायसवाल ने जनता से नगर के संपूर्ण विकास का वादा किया है। उन्होंने कहा है कि सत्ता में आने के बाद कटघोरा को जिले का दर्जा दिलाने के लिए प्रयास किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने नागरिक सुविधाओं को मजबूत करने, सड़कों, नालियों और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने का संकल्प लिया है। इसके अलावा, उन्होंने नगर में सर्वसुविधायुक्त खेल मैदान निर्माण कराने की भी घोषणा की है। उनका कहना है कि नगर की आधारभूत संरचना को विकसित करने के लिए सरकार को कई बड़े प्रस्ताव भेजे जाएंगे।

हर वार्ड में जोरदार जनसंपर्क

कोमल जायसवाल अपने समर्थकों के साथ सभी 15 वार्डों में गहन जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। जुराली क्षेत्र समेत अन्य इलाकों में उनके प्रचार अभियान का खासा असर देखने को मिल रहा है।

भाजपा-कांग्रेस के लिए बढ़ी मुश्किलें

इस चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार आत्मानारायण पटेल हैं, लेकिन जातिगत समीकरणों के कारण भाजपा को भी नुकसान हो सकता है। कांग्रेस उम्मीदवार के लिए भी यह मुकाबला आसान नहीं दिख रहा है। तीसरा मोर्चा मजबूती से उभरता नजर आ रहा है, जिससे मुख्य दलों के लिए चुनौती और कड़ी हो गई है।

मतदान और परिणाम की तिथि

कटघोरा नगर पालिका क्षेत्र में 11 फरवरी को मतदान होगा। नगर अध्यक्ष पद और 15 वार्डों के लिए मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इसके बाद 15 फरवरी को चुनावी नतीजे घोषित किए जाएंगे, जिससे यह तय होगा कि कटघोरा की जनता किसे अपना नेता चुनती है।