पाली का पुल कई राज्यों को जोड़ने में अहम योगदान रखता है, जो पिछले साल क्षतिग्रस्त होकर टूट गई है जिसे बनाने में शासन प्रशासन कोई रुचि नहीं ले रही है

कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) पाली / हिमांशु डिक्सेना :- रष्ट्रीय राजमार्ग में पाली कटघोरा होते हुए बिलासपुर जाने के लिये इस बरसात में भी मुख्य मार्ग में आवागमन की सुविधा नहीं मिल रही है ।मुनगाडीह के समीप गजरनला पर सैंकड़ो वर्ष पुराने पुल टूटने के बाद एनएचएआई द्वारा तैयार किए जा रहे नए पुल निर्माण के कार्य में मजदूरों की कमी की वजह से काम में गति नहीं आ रही है।हालात यह है,कि पुल तैयार होने में ही 2 से 3 माह का समय लगेगा। यह पुल पिछले बरसात में ही 28 एवं 29 सितंबर को जिले में हुई झमाझम बारिश की वजह से अंग्रेजों के जमाने में तैयार किए गए पाली बिलासपुर व राष्ट्रीय राजमार्ग 130 में मुनगाडीह के समीप गाजर नाला के ऊपर बनाए गए सैकड़ों वर्ष पुराने पुल को ध्वस्त हो गया है यह 40 साल पुराना 20 मीटर लंबा पुल गाजर नाला का वेग नहीं झेल सका और देखते ही देखते लोगों की आंखों के सामने ही पुल धाराशाही हो गया पुल टूटते ही दोनों जिलों का कटघोरा-पाली होते हुए बिलासपुर जाने के लिए सड़क मार्ग संपर्क टूट गया इस पुल के टूटने से बिलासपुर संभाग से कोरबा कोरिया एवं सरगुजा जिले का सड़क संपर्क कट गया है पुल टूटने की सूचना मिलते ही जिले में हड़कंप मच गया था स्वयं कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने लोक निर्माण विभाग एनएच के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया साथ उन्होंने एनएच व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ पूल की वैकल्पिक मरम्मत के उपायों की चर्चा की थी तीन वैकल्पिक मार्ग चिन्ह अंकित किए गए थे जिसमें से वर्तमान में आवागमन हो रहा है..