कोरबा/कटघोरा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : प्रदेश में प्रस्तावित नगरीय निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, अन्य क्षेत्रीय दलों, और निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। चुनावी मैदान में बढ़त हासिल करने के लिए दोनों प्रमुख दलों ने अपने-अपने संगठन के पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंप दी हैं।
कांग्रेस की तैयारी: पर्यवेक्षकों की नियुक्ति
कांग्रेस ने प्रदेशभर के नगरीय निकायों के लिए अपने ऑब्जर्वर्स (पर्यवेक्षकों) की नियुक्ति कर दी है। इन नियुक्तियों का मकसद जमीनी स्तर पर पार्टी की स्थिति का आकलन करना, कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करना और प्रत्याशियों का चयन सुनिश्चित करना है।
कटघोरा नगरपालिका परिषद में सम्मेलन
कोरबा जिले के सबसे बड़े नगरपालिका परिषद कटघोरा के लिए कांग्रेस ने पाली-तानाखार के पूर्व विधायक मोहितराम केरकेट्टा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। उनकी अगुवाई में एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें पार्टी की चुनावी तैयारियों का जायजा लिया गया। सम्मेलन में कार्यकर्ताओं से चर्चा की गई, और अध्यक्ष पद के संभावित दावेदारों से मुलाकात की गई।
सम्मेलन के बाद मोहितराम केरकेट्टा ने बताया कि कांग्रेस की तैयारियां पूरी तरह मजबूत हैं। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य कटघोरा नगरपालिका में कांग्रेस का झंडा बुलंद रखना है। इस बार अध्यक्ष पद के साथ अधिक से अधिक पार्षद सीटें जीतना हमारी प्राथमिकता है।”
सम्मेलन में कांग्रेस के प्रशांत मिश्रा प्रदेश महासचिव जिला प्रमुख (ग्रामीण) सुरेन्द्र जायसवाल, हरीश परसाई, पूर्व विधायक कटघोरा पुरुषोत्तम कंवर ,ब्लॉक शहर अध्यक्ष राजीव लखनपाल के अन्य नेता और क्षेत्रीय कार्यकर्ता उपस्थित रहे। चर्चा के दौरान अध्यक्ष पद के लिए पांच नाम सामने आए। मोहितराम केरकेट्टा ने बताया कि सभी दावेदारों के आवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) को भेजे जाएंगे। सबसे मजबूत और जीतने योग्य उम्मीदवार का चयन कर पार्टी का समर्थन दिया जाएगा।
कांग्रेस की रणनीति
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं का मानना है कि मजबूत संगठनात्मक ढांचा और सही प्रत्याशी का चयन ही आगामी चुनाव में जीत की कुंजी होगा। आने वाले दिनों में अन्य नगरपालिकाओं और पंचायतों के लिए भी पर्यवेक्षकों की भूमिका और चुनावी रणनीतियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। बता दें कि, प्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों के मद्देनज़र राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। हर दल अपनी स्थिति मजबूत करने और जीत सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। कांग्रेस ने अपने पर्यवेक्षकों और संगठन को सक्रिय कर दिया है, जिससे वह कटघोरा सहित अन्य क्षेत्रों में जीत का परचम लहरा सके।
हरीश परसाई ने कहा कि यह बैठक केवल शुरुआत है। आने वाले दिनों में और भी कई दौर की बैठकें आयोजित की जाएंगी ताकि चुनावी रणनीतियों को अंतिम रूप दिया जा सके। कांग्रेस नेतृत्व ने इस बार पूरे मनोयोग से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर ली है। जहाँ तक दावेदारों की संख्या का सवाल है तो अभी आवेदन लिए जा रहे है, स्क्रूटनी के बाद ही अंतिम संख्या सामने आ पाएगी।