कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) अकित सिंह:कटघोरा वनमंडल में 8 दिन के भीतर दो तेंदुओं की मौत हुई है। कुछ दिन पहले एक ग्रामीण ने बछड़े के शिकार कर लिए जाने का बदला लेने के लिए तेंदुए का शिकार किया था। उसे जहर देकर मार दिया था। अब रविवार को दूसरा तेंदुआ वन विभाग को सुस्त अवस्था में मिला था। जिसे कटगोरा वनमंडल के गांव कोनकोना से ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया किया गया था। कानन पेंडारी से विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम बुलाई गई। तब पता चला कि तेंदुआ को 108 डिग्री बुखार है। एक्सपर्ट टीम ने गांव में ही कैंप कर तेंदुआ का इलाज शुरू किया। तेंदुआ का बुखार नहीं उतर रहा था। हालत काफी नाजुक थी।
वन विभाग ने रविवार की देर रात 1:30 बजे तेंदुए को कानन पेंडारी शिफ्ट किया, जहां सोमवार की सुबह लगभग 8:30 बजे तेंदुए ने दम तोड़ दिया। तेंदुए के शरीर मे पानी की भारी कमी थी, जिससे उसकी मौत हुई है।
डीएफओ कुमार निशांत का कहना है कि तेंदुआ जहां हमें मिला था। उस स्थान के समीप डबरी में पर्याप्त मात्रा में पानी था। इसके बाद भी भीषण गर्मी स वह हीट स्ट्रोक का शिकार हो गया था। जब वह हमें मिला तो उसकी स्थिति काफी नाजुक थी। इलाज के दौरान उसे नहीं बचाया जा सका है।