कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम ने किया निरीक्षण, दीपका क्षेत्र में कोयला खदानों के रिहायशी क्षेत्रों में बाहर के ड्राईवर, हेल्परों की आवाजाही रोकने बन रहा डम्पिंग यार्ड सिरकी मोड़ गांधी नगर में तैयारियां हुई तेज

कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना कटघोरा :- दीपका-गेवरा कोयला खदानों के रिहायशी इलाकों में बाहर के ड्राईवरों और हेल्परों की आवाजाही रोकने के लिए बड़े डम्पिंग यार्ड को विकसित करने में प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। आगामी दो-तीन दिनों में यह डम्पिंग यार्ड दीपका क्षेत्र में सिरकी मोड़ गांधी नगर में बनकर तैयार हो जायेगा। इस डम्पिंग यार्ड में कोल परिवहन करने वाले लगभग तीन सौ वाहनों को खड़े करने की सुविधा होगी। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की योजना पर अमल करते हुए कोल परिवहन करने वाली गाड़ियों को चलाने के लिए आने वाले बाहर के ड्राईवरों और हेल्परों से खदानों के आबादी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण फैलने की रोकथाम के लिए यह व्यवस्था की जा रही है। इस डम्पिंग यार्ड का आज कटघोरा एसडीएम सूर्यकिरण तिवारी ने निरीक्षण किया और उपस्थित नायब तहसीलदार शशिभूषण सोनी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी भोलासिंह ठाकुर, परिवहन उप निरीक्षक सुजीत सिन्हा सहित खनिज विभाग एवं पुलिस के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।


कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा दीपका सहित जिले के सभी कोल क्षेत्रों के रिहायसी इलाकों और बस्तियों में बाहर के ड्राईवर, हेल्पर, श्रमिकों आदि को नियंत्रित करने के लिए गठित विशेष टास्क फोर्स 24 घंटे कार्यशील है। जिला प्रशासन द्वारा कोल क्षेत्र में चलने वाले वाहनों के ड्राईवरो, कंडेक्टरों, हेल्परों से रिहायसी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए विशेष सावधानी बरती जा रही है। टास्क फोर्स द्वारा कोल क्षेत्रों में चलने वाले कोयला ट्रकों के परिवहन पर सघन निगरानी की जा रही है। कोयला गाड़ियों के निर्धारित रूट से हटकर कोल परिवहन करने पर भी टास्क फोर्स के सदस्य वाहनों पर कार्यवाही कर रहे हैं।

इस बारे में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज यहां बताया कि दीपका, गेवरा माईनिंग क्षेत्र के पास सघन आबादी वाली बस्तियां हैं। इन क्षेत्रों में कोयला परिवहन वाली गाड़ियों के साथ ड्राईवर, हेल्पर जैसे बाहरी लोगों का बड़ी संख्या में आवागमन प्रतिदिन होता रहता है। दीपका सहित सभी कोल क्षेत्र के आसपास की बस्तियां कोरोना संक्रमण हेतु संवेदनशील जोन हो सकती है तथा इन गाड़ियों के परिवहन से कोरोना संक्रमण का फैलाव भी हो सकता है। इसलिए किसी भी स्थिति में कोयला परिवहन में लगी गाड़ियां बस्ती एवं बस्ती के आसपास क्षेत्र में खड़ी न हो और गाड़ियों के चालक-परिचालक आबादी क्षेत्र में अनावश्यक रूक कर रात्रि विश्राम तथा भ्रमण न करें, इसके लिए जरूरी इंतजाम किये जा रहे हैं। दीपका क्षेत्र में सिरकी मोड़ गांधी नगर में बनने वाले डम्पिंग यार्ड में बाहर से आने वाले वाहनों के रूकने का स्थान, आटो पाट्र्स दुकान हेतु स्थान एवं रिपेयर स्थल शुरू किये जायेंगे। यहां ड्राईवरों-हेल्परों के लिये शौचालय, स्नानागार आदि की भी अस्थायी व्यवस्था की जा रही है। पूरे यार्ड क्षेत्र की पर्याप्त बेरिकेटिंग लगाकर निगरानी की जायेगी। टास्क फोर्स के सदस्य इन कोल क्षेत्रों में प्रतिदिन पेट्रोलिंग करके हर एक स्थिति पर नजर रखेंगे।