कोरबा : धान खरीदी केंद्रों में बफर स्टाक पार.. धान उठाव में देरी से धान रखने की जगह नहीं.. किंसानों को टोकन न देने की बनी स्थिति.

कोरबा/पोंडी उपरोडा 5 जनवरी 2024 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : खरीदी केन्द्रों में धान की बंपर आवक हो रही है। केन्द्रों में धान जाम की स्थिति बन गई है। कोरबा जिले के पोंडी उपरोडा ब्लाक में धान खरीदी केन्द्रों में धान की बंपर आवक हो रही है। लेकिन केन्द्रों में धान जाम की स्थिति बन गई है। पोंडी उपरोडा ब्लॉक में 12 केंद्रों में बंफर स्टाक पार कर गया है और वहां धान रखने के लिए जगह नहीं है। यहां के अधिकांश केंद्रों में पांच से दस हजार क्विंटल धान रखने की ही क्षमता है।

ऐसे में इन केंद्रों में धान खरीदी करने में अब समस्या आ रही है। केंद्रों में धान को रखने के लिए पर्याप्त चबूतरे नहीं हैं। वहीं ड्रेनेज भी केंद्रों में लिमिट के आधार पर ही बनाया गया है। बंफर लिमिट व पंजीयक किसानों की संख्या बढ़ने से अब समिति प्रभारियों की परेशानी बढ़ गई है। पोंडी उपरोडा ब्लाक के खरीदी केंद्र तानाखार, पोंडी उपरोडा, मोरगा, कोरबी, सिरमिना, कुल्हरिया, पिपरिया, पसान, लैंगा जड़गा, तुमान व बिंझरा के खरीदी केंद्र में तो क्षमता से दोगुना अधिक धान रखा हुआ है। मार्कफेड की ओर से परिवहन की रफ्तार नहीं बढ़ाई जा रही है जबकि केंद्रों में रोजाना 2 लाख क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है।

जिले में समर्थन मूल्य पर एक नवंबर से धान खरीदी शुरू हो गई है। धान का परिवहन शुरूआत में ही धीमी होने के कारण केंद्रों में धान जाम होने लगा है। जिससे समिति कर्मचारियों और किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए इस वर्ष कोरबा के सभी विकासखंड में कुल 65 धान खरीदी केंद्र मौजूद हैं. जहां अब तक कुल मिलाकर 22 हजार 113 किसानों ने 11 लाख 57 हजार 201 क्विंटल धान बेचा है। विधानसभा चुनाव और सरकार बनने के बाद धान की खरीदी ने रफ्तार पकड़ ली है। लेकिन जिस हिसाब से खरीदी हो रही है उस हिसाब से धान का उठाव नहीं हो रहा है और समितियों में धान जाम होने लगा है। उठाव नहीं होने के कारण पोंडी उपरोडा ब्लॉक में लगभग 10 खरीदी केंद्रों में बम्फर लिमिट से ज्यादा धान जाम हो गया है। केंद्रों में निर्धारित से अधिक मात्रा में धान जाम होने की वजह से केंद्र प्रभारियों को खरीदी में परेशानी हो रही है।

इन केंद्रों में दस हजार क्विंटल धान रखने की ही क्षमता है। ऐसे में इन केंद्रों में धान रखने के लिए जगह की समस्या आ रही है। वहीं इन केंद्रों में धान को रखने के लिए पर्याप्त चबूतरे नहीं हैं। जबकि ड्रेनेज भी केंद्रों में लिमिट के आधार पर ही बनाया गया है। बम्फर लिमिट बढ़ने से अब समिति प्रभारियों की परेशानी बढ़ गई है। पोंडी उपरोडा के धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक नर्मदा देवांगन ने बताया कि धान की आवक बढ़ने से केंद्र में जगह की कमी हो रही है। जगह कम होने व उठाव न होने से जाम की स्थिति निर्मित हो गई है। आने वाले सप्ताह में स्थिति अगर ऐसी ही रही तो किंसानों को टोकन देना बंद करना पड़ेगा।