कोरबा : शासकीय कार्य में रेत डंप कर रहे ठेकेदार की झूठी शिकायत पर बांगों सरपंच पर ग्रामीणों ने लगाया आरोप, कहा- पंचों समेत सरपंच ने भी दी थी सहमति, आश्रित मोहल्ला चर्रा में होना है पुलिया निर्माण.

कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना :- यूं तो रेत के अवैध परिवहन की आय दिन खबर सुनने को मिलते रहती है। लेकिन ताजा मामला पोंडी उपरोडा ब्लॉक के ग्राम पंचायत बांगों से निकल कर सामने आ रहा है जहां शासकीय कार्य मे ग्राम सरपंच, सचिव व पंच की सहमति से रेत भंडारण किया जा रहा था लेकिन सरपंच ने कुछ लालच की लालसा में रेत परिवहन कर रहे ठेकेदार की ही झूठी शिकायत जिला कलेक्टर के पास करने पहुंच गए। जब इस खबर की सत्यता की जानकारी ली गई तो मामला कुछ और ही निकला। जी हां ग्राम पंचायत बांगों की सरपंच धनकुंवर कंवर के पति द्वारा ही ग्राम पंचायतों का कार्य देखा जाता है। और बांगों पंचायत में रेत घाट है और यहां का ठेका कटघोरा के गर्ग व्यवसायी द्वारा लिया गया है तथा इनके पास भंडारण की खनिज विभाग से 2026 तक अनुमति भी हैं। लेकिन अभी रेत खनन बंद है।

बतादें की बांगों सरपंच पति द्वारा कलेक्टर के पास शिकायत दी गई कि इनके पास रेत भंडारण की अवधि समाप्त होने के बावजूद रेत उत्खनन किया जा रहा है। और भंडारण की भी समय सीमा समाप्त हो चुका है। और बांगों के आश्रित ग्राम चर्रा पारा से अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा हूं। जब इस तथ्य की जमीनी हकीकत की पतासाजी की गई तो जो बात सामने आई है वह चौकाने वाला है। आश्रित ग्राम चर्रा पारा के ग्रामीणों ने बताया कि चर्रा पारा से पोंडी जाने वाले मार्ग पर नदिया है और इस नदिया पर पुल निर्माण होना है। जिसके लिए रेत ठेकेदार द्वारा सरपंच की सहमति व चर्रा पारा के पंच के आपसी सहमति से बनने वाले पुल निर्माण की जगह पर रेत डंप करना है। ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा पुल निर्माण की जगह पर 4 से 5 हाइवा रेत के9 डंप किया गया है और उसके बाद से रेत उत्खनन पूरी तरह बन्द है। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच दो दिन पहले चर्रा पारा आये थे और वो एक कागज पर पंच का हस्ताक्षर लेकर गए थे पूछने पर कुछ बताया नहीं। पंच के अनपढ़ होने का फायदा यह सरपंच को मिल गया और झूठी शिकायत करने जिला कलेक्टर के पास पहुंच गए। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच की सहमति से ठेकेदार ने पुल निर्माण के लिए रेत तो डंप करा दिया क्लेक8न पुल कब बनेगा यह भगवान भरोसे है।

ग्राम पंचायत बांगो के आश्रित ग्राम चर्रा पारा के ग्रामीणों का कहना है कि यहां से किसी तरह का कोई रेत उत्खनन हो ही नही रहा तो शिकायत का कोई आधार ही नही उठता। ग्रामीणों ने बल्कि सरपंच पति पर ही आरोप लगाते हुए कहा कि सभी की सहमति से जब शासकीय कार्य पुलिया निर्माण में रेत डंप किया गया और उसके बाद से रेत उत्खनन पूरी तरह बन्द है। जबकि सरपंच द्वारा वर्षो पुरानी मांग चर्रा पारा से पोंडी को जोड़ने वाले पुल निर्माण पर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है।