कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : कांग्रेस की सरकार ने सत्ता में आने के बाद अपने चहेते लोगों को लाभ दिलाने के लिए महिलाओं के हक को मार दिया। महिला स्व. सहायता समूहों को सशक्त बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने विभिन्न तरह के छोटे-छोटे कामकाज से जोड़ा ताकि समूह से जुड़ी सभी सदस्य महिलाओं को आर्थिक बल प्राप्त हो सके। भाजपा की सरकार ने इन्हें आंगनबाड़ी केन्द्रों में सप्लाई होने वाले रेडी-टू-ईट फूड के निर्माण और वितरण के कार्य से जोड़ा। महिला समूहों के द्वारा रेडी-टू-ईट का निर्माण कर प्राप्त होने वाली आय से अपने सदस्यों को आर्थिक रूप से विकसित किया। इसके विपरीत जब कांग्रेस की सरकार बनी तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार ने महिला समूहों से यह काम छीनकर अपने चहेते लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए बीज निगम के हवाले कर दिया। कांग्रेस सरकार ने महिलाओं से उनका एक बड़ा सहारा छीन लिया है, प्रदेश भर में महिला समूहों ने प्रदर्शन, आंदोलन किए लेकिन महिला विरोधी कांग्रेस सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। इन महिला समूहों को अब भारतीय जनता पार्टी से उम्मीद है कि सरकार बनने पर इन्हें फिर से काम मिलेगा।