कोरबा/कटघोरा 24 सितंबर 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : जिला कोरबा के कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ प्रख्यात आर्थो सर्जन डॉ हिमांशु खुटिया ने एक बार पुनः कटघोरा हास्पिटल को गौरवांवित किया है।पूर्व में भी इन्होंने कई गम्भीर मरीजो की सर्जरी करने में सफलता हासिल की है।डॉ हिमांशु की कटघोरा में पदस्थापना के बाद से मरीजो को बेहतर ईलाज कटघोरा में ही मिलने लगा है।कई मरीज तो ऐसे भी कटघोरा हास्पिटल में पहुचते है जो अन्यंत्र स्थानों से ईलाज कराकर हताश हो चुके है, उनका डॉ हिमांशु ने सफल ईलाज कर दिखाया है।
आपको बता दे कि पिछले सप्ताह हिप की समस्या लेकर रेकी निवासी सहदेव कुमार पटेल कटघोरा हास्पिटल में भर्ती हुआ था,जिसके हिप में समस्या होने से उसे असहनीय पीड़ा का सामना करना पड़ रहा था,वही उसे चलने में भी भारी दिक्कत हो रही थी।अपनी समस्या से सहदेव त्रस्त हो चुका था,उसे समझ ही नही आ रहा था कि उसे क्या बीमारी हो गई है और वह कभी ठीक भी हो पायेगा या उसे इस समस्या से हमेशा ग्रस्त रहना पड़ेगा। सहदेव अपनी बीमारी के कारण पूरा टूट चुका था,हालांकि सहदेव ने अपनी बीमारी का ईलाज करवाने के लिए कई डॉक्टरों से संपर्क किया, जहाँ उसे ठीक हो जाने का अस्वासन तो जरूर मिलता था,लेकिन ईलाज का खर्च इतना ज्यादा था कि सहदेव को निराश होना पड़ जाता था। इसी बीच सहदेव के परिजनों को जानकारी प्राप्त हुई कि कटघोरा के सरकारी अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ हिमांशु खुटिया मरीजो का बेहतर ईलाज करते है और सरकारी अस्पताल होने के नाते खर्च भी कम आएगा।तब सहदेव कटघोरा के सरकारी अस्पताल में भर्ती हुआ जहां ड़ॉ हिमांशु ने सहदेव की प्रारंभिक जांच की और सहदेव के परिजनों को सर्जरी प्रक्रिया की जानकारी दी।
डॉ हिमांशु ने बताया कि सहदेव के हिप (कूल्हे) के फीमर हेड में ब्लड सप्लाई रुक गया है जिस कारण उसे चलने में बहुत दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है साथ ही असहनीय दर्द भी झेलना पड़ता हैं साथ ही पैर छोटे बड़े ही जाते है।डॉ हिमांशु ने बताया कि ऐसी समस्याओं के लिए हिप प्रिस्प्लांट सर्जरी करनी पड़ती है।जिसके बाद मरीज ठीक हो जाता है।सहदेव के हिप की भी सर्जरी हुई जिसके बाद सहदेव पहले से बेहतर मससुस कर रहा है और अभी वह अपने पैरों पर खड़ा हो गया है साथ ही उसे चलने में भी किसी प्रकार की असुविधा नही हो रही है।अब ये तो कटघोरा में पदस्थ डॉ हिमांशु का ही कमाल है जो इनके पास ईलाज हेतु आने वाले मरीजो को निराश नहीं होना पड़ता,बल्कि वे स्वस्थ होकर अपने घर लौटते है।
सहदेव की सर्जरी के लिए ड़ॉ हिमांशु का मानवीय चेहरा भी सामने आया जो इन्होंने सहदेव की सर्जरी में आने वाले खर्च में सहयोग किया।इनके सहयोग से सहदेव को काफी हद तक राहत मिली।दरअसल सहदेव के परिवार की माली हालत बेहद खराब थी जिस कारण ये अपनी बीमारी का ईलाज करा पाने में असमर्थ था।लेकिन डॉ हिमांशु ने सहदेव का सफल ईलाज कर उसके मुरझाए चेहरे पर खुशी बिखेर दी।वही सहदेव ने डॉ हिमांशु का हृदय से आभार व्यक्त किया है।