कोरबा/कटघोरा 18 जून 2022 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) अकित सिंह : ग्रामीण क्षेत्रों में प्यास बुझाने के लिए नल-जल योजना के तहत गाव में शासन द्वारा टंकी बनाई जा रही है जिसका काम पूरा हो गया है। लाखों रुपये की लागत से पानी की टंकियां बनीं, पाइप लाइन भी पूरे पंचायत में बिछाई गई, लेकिन इनका लाभ पूरे गांव को नहीं मिल रहा है। पोंडी उपरोडा के ग्राम पंचायत लखनपुर में इस भीषण गर्मी में पानी के लिए ग्रामीणों में त्राहिमाम मचा हुआ है।
वर्तमान में हकीकत यह है कि इस योजना का लाभ ग्राम पंचायत के सीमित क्षेत्र को ही मिल रहा है। गांववालों के मुताबिक इस नल-जल योजना का लाभ केवल बस्ती के अंदर बसी आबादी वाले 50 घरों के लोग ही ले रहे हैं। पंचायत के डेढ़ सौ से 200 मीटर दूर बसे वार्ड के लोग इससे वंचित हैं। बस्ती से बाहर बसे इन वार्डों में पाइप लाइन तो डली है, लेकिन पानी की सप्लाई केवल शुभारंभ वाले दिन ही हुई। गांव के ही रघुनंदन जायसवाल का कहना है कि पंचायत के बाहरी क्षेत्र के लोग इस भीषण गर्मी में भी पानी को सबसे ज्यादा परेशान हैं। गांव के कुआं सूख चुके हैं। उनके यहां नल तो लगे हैं, लेकिन पानी नहीं आ रहा है।
नल-जल योजना के बाद भी जलसंकट
पोंडी उपरोडा ब्लाक के लखनपुर पंचायत की स्थिति एसईसीएल के खदान की वजह से यहां पानी की समस्या लगातार बनी रहती है। सिंघाली, ढेलवाडीह, बगदेवा खदान महज़ कुछ ही दूरी पर होने की वजह से यहां के कुआ, हैंड पंप का जलस्तर गर्मी में काफी नीचे चला जाता है और कुआ सूखने की स्थिति में पहुंच जाता है। नल-जल योजना का काम लाखों रुपये की लागत से हुई। नल-जल योजना का काम करीब दो साल में पूरा हुआ, योजना बनने के बाद भी बस्ती के लोग पानी को परेशान है। ग्राम लखनपुर की आबादी लगभग 3 हज़ार निवास करती है। मई में हैंडपंप भी जलस्तर नीचे जाने से रुक-रुककर पानी देने लगा है। लोगों का कहना है कि एक एक घंटे तक हैंडपंप चलाने पर आठ से दस बाल्टी ही पानी आता है। ऐसे में लोग पानी के लिए आसपास के हैंडपम्प व कुएं पर जाते हैं।