कोरबा/कटघोरा 17 जून 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) अकित सिंह : गर्मी इस समय अपने चरम पर है और इसी वजह से लोग घरों में रहने को मजबूर है। लेकिन विद्युत विभाग की मनमानी का नतीजा आम नागरिक भुगतने को मजबूर हैं। कोरबा जिला ऊर्जा नगरी के नाम से जाना जाता है लेकिन यह कहावत “दिया तले अंधेरा” कोरबा जिले के उपनगरीय क्षेत्र कटघोरा में सही साबित हो रही है। वजह है दिन और रात में कटघोरा नगर में बिजली की आंखमिचौली से लोग खासे परेशान हैँ। और लोग इस भीषण गर्मी में रात्रि जागरण करने को मजबूर हो गए है। घंटो बिजली बंद होने का सिलसिला दिन और रात में कई दफा हो रहा है।
बतादें की कटघोरा नगर में कुछ वार्डों की स्थिति जिसमे वार्ड 9, 6, 11 की यह है की यहां रोजाना रात में बिजली आपूर्ति पूरी तरह बन्द हो जाती है। जिसकी वजह से इस भीषण उमस भरी गर्मी में लोगों को घरों से बाहर निकलने में मजबूर होना पड़ता है। दिन में बिजली बंद होने की स्थिति में लोगों को बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। विद्युत विभाग की इस तरह की मनमानी से लोगों में काफी आक्रोश भी देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार बिजली बिल आधा करने की बात कहते हुए पूरी बिजली ही आधी कर दी है। कोरबा जिला ऊर्जा नगरी होने की वजह से छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित पड़ोसी राज्यों में भी बिजली आपूर्ति करता है। लेकिन वही जहां बिजली पैदा की जाती वही जिला बिजली के लिए तरस रहा है।
बिजली विभाग मेन्टेन्स के नाम पर कर रही खानापूर्ती
यूं तो प्रतिवर्ष गर्मी शुरू होने के पूर्व और बारिश से पहले विद्युत विभाग द्वारा नगर में मेन्टेन्स के नाम पर दिन भर कई घण्टों बिजली आपूर्ति बंद की जाती है। लेकिन मेन्टेन्स के नाम पर केवल खानापूर्ती ही कि जा रही है। वजह है कि इसीके बावजूद बिजली आपूर्ति घण्टों बाधित रहती है। बिजली विभाग पुराने हो चुके ट्रांसफॉर्मर को बदलने की जगह उन्हें ही रिपेयर कर चला रहा है। भीषण गर्मी में लोड बढ़ने से ट्रांसफॉर्मर अपना दम तोड़ देते है। जिसकी वजह से कई घंटे बिजली आपूर्ति बाधित होती है। लेकिन बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को इन सबसे कोई सरोकार नहीं है। सबसे बड़ी बात की कटघोरा के बिजली विभाग मेन्टेन्स कार्यालय में टेलीफोन नं पर फोन करने पर कोई नंबर ही भी रिसीव नहीं करता है।