कोरबा/कटघोरा 29 मई 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : ग्राम लखनपुर ( खुटरा पारा ) में आयोजित श्रीमद भागवत कथा सप्ताह शुक्रवार 26 मई को संपन्न हो गई। कथा के समापन के हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहले हवन यज्ञ में आहुति डाली और फिर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया। भागवत कथा का आयोजन खुटरा पारा के जायसवाल परिवार की ओर से करवाया गया था। कथा व्यास पंडित नारायण महाराज जी ने 7 दिन तक चली कथा में भक्तों को श्रीमद भागवत कथा की महिमा बताई। उन्होंने लोगों से भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा।
कथावाचक पंडित नारायण महाराज जी ने कहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है।
कथावाचक पंडित नारायण महाराज जी ने भंडारे के प्रसाद का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि प्रसाद तीन अक्षर से मिलकर बना है। पहला प्र का अर्थ प्रभु, दूसरा सा का अर्थ साक्षात व तीसरा द का अर्थ होता है दर्शन। जिसे हम सब प्रसाद कहते हैं। हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है। जीवन में प्रसाद का अपमान करने से भगवान का ही अपमान होता है। भगवान का लगाए गए भोग का बचा हुआ शेष भाग मनुष्यों के लिए प्रसाद बन जाता है।
कथा समापन के दिन शुक्रवार को विधिविधान से पूजा करवाई। दोपहर तक हवन और भंडारा कराया गया। इसमें यजमान रहे जायसवाल परिवार ने आहुति डाली। शहर व लखनपुर के नागरिकों व आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से आए श्रद्धालुओं ने भी हवन में आहुति डाली। पूजन के बाद दोपहर को भंडारा लगाकर प्रसाद बांटा गया। बतादें की श्रीमद् भागवत गीता ज्ञान यज्ञ सप्ताह 19 मई से प्रारंभ कटघोरा के समीप ग्राम लखनपुर (खुटरापारा) में जायसवाल परिवार के द्वारा पितृ मोक्ष एवं परिवार,व क्षेत्र में सुख शांति कामना के लिए श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का आयोजन 19 मई से भब्य कलश यात्रा के साथ प्रारंभ होकर 26 मई तक किया गया था जिसमे प्रमुख रूप से लक्ष्मण डिक्सेना, ज्योति प्रकाश जायसवाल, योगेश जयसवाल, दुर्गेश जायसवाल, कमलेश जायसवाल, संत जायसवाल व दीपक जायसवाल बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।