कोरबा / पाली ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) हिमांशु डिक्सेना : रामनवमी के पर्व पर नगर पंचायत पाली में भव्य ऐतिहासिक एवं भूतपूर्व दिव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान पूरे नगर में जय श्री राम का नारा गुंजायमान रहा। अंधड़, बारिश और ओले के गिरने के बाद भी श्री राम भक्तों का उत्साह देखते बना और हजारों की संख्या में लोग शोभायात्रा में शामिल हुए।
रामनवमी शोभा यात्रा में क्षेत्रीय विधायक मोहित राम केरकेट्टा भाजपा के पदाधिकारी भी हुए शामिल..
इस आयोजन को लेकर पूरे नगर वासी 15 दिन पूर्व से ही तैयारी में जुटे हुए थे। पूरे नगर को भगवा केसरिया रंग से पाट दिया गया था। पूरे नगर को भगवामय कर दिया गया था और जिस प्रकार से आयोजन समिति दावा किया जा रहा था कि य़ह अब तक का अभूतपूर्व ऐतिहासिक आयोजन होगा वह सच भी साबित कर दिखाया। नगर पंचायत में पाली महोत्सव के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन रहा। शोभा यात्रा का शुभारम्भ दोपहर 2:00 श्री राम जलाराम मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के साथ हुई। शोभा यात्रा मार्ग पर विभिन्न प्रकार की झांकियां आकर्षण का केंद्र थी। जिनमें ढोलक झांज मजीरा ग्रुप देव्पहरी, शिव डमरू दल उज्जैन ,डबल डीजे का धमाल, मोटू पतलू एनीमेशन ग्रुप, घोड़े की झांकी, हनुमान की झांकी, श्री राम की झांकी,छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य कर्मा दल,ड्रोन पुष्प वर्षा,आतिशबाजी और भगवा रंग में सराबोर नर नारी आकर्षण के केंद्र रहे। इसके अलावा चौक चौराहों की सजा सहित पौड़ी चौक को भारत माता और शिव मंदिर चौक को प्रभु राम जी की भव्य मूर्ति भी लोगों को आकर्षित करता रहा। यात्रा मार्ग नया बस स्टैंड, टावर मोहल्ला होकर शिव मंदिर चौक, लाफा चैतुरगढ़ रोड़ पोड़ी चौक, अटल चौक होते हुए साहू मेडिकल चौक से बाजार मंच से होते हुए, मादन मोड़ (कुटारे चौक) से महामाया मंदिर वाले रोड,पुराना बस स्टैंड से मुख्य मार्ग से होते हुए प्राचीन शिव मंदिर में समापन हुआ। जहां जगह-जगह यात्रा का स्वागत किया गया। विभिन्न प्रकार के पकवान, जलपान,फल, शरबत आदि की व्यवस्था समाजसेवियों द्वारा किया गया था। यात्रा समापन पर शिव मंदिर चौक पर जगराता का कार्यक्रम हुआ। जहां देर रात श्री राम हनुमान और मां भवानी के भजनों की गूंज सुनाई देती रही ।वही मंदिर के समीप कार्यक्रम स्थल पर ही भोग भंडारा का आयोजन भी देर शाम से मध्यरात्रि तक अनवरत चला। इस बीच आँधी, बारिश और ओले भी गिरे लेकिन श्री राम भक्तों की आस्था और उत्साह को डिगा नहीं सका। इन सभी कार्यक्रमों में पाली नगर ही नहीं वरन आसपास के ग्रामों के भी ग्रामीण, भक्तगण बड़ी संख्या में शामिल हुए और आयोजन की मुक्त कंठ से सराहना की।