कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) कटघोरा : छत्तीसगढ़ का कोरबा जिला जैव विविधता से भरा पड़ा हैं जहां आए दिन अजीबों गरीब जीव जन्तु दिखाई देते हैं जो की विरलय ही लोगों को दिखाई देती हैं अकसर अनोखे और दुर्लभ जीव हम लोगों ने फिल्मों या टीवी पर देखा हैं और वहीं जीव जब सामने आ जाए तो लोगों के बिच कौतोहल का विषय बन जाता हैं ऐसा ही कुछ हुआ कोरबा जिले के कटघोरा क्षेत्र सुतर्रा में जहां रात्रि 12 बजे के लगभग विजय कुमार अग्रवाल के निवास स्थान के बैडरूम में एक अजीबों गरीब जीव दिखने से हड़कंप मच गया, परिवार कुछ समझ पाता कमरे से भाग खड़े हुए फिर बिना देरी किए विजय कुमार अग्रवाल ने इसकी जानकारी स्नेक रेस्क्यू टीम अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को दिया पर रात्रि अधिक होने की वजह से कमरे को बंद कर देने की बात कहीं जिसके फौरन बाद सारथी ने रात्रि में ही इसकी जानकारी कटघोरा डीएफओ श्रीमति प्रेमलता यादव को दिया जिस पर हर सम्भव मदद करने की बात कहीं और सुबह जितेन्द्र सारथी अपने टीम के साथ कटघोरा के लिए रवाना हो गए जहां पहले से ही वन अमला तैयार बैठा था फिर कटघोरा से वन अमला के साथ जितेन्द्र सारथी सुतर्रा के लिए रवाना हुए आखिरकार डेढ़ घण्टे सफर के बाद उस घर पर पहिचे जहां 12 घण्टे से परिवार दहशत में रहने पर मजबूर था, फिर उस कमरे को खोला गया जहा रात में वे जीव दिखाई दिया यहां वहा ढूंढने पर वह जीव एसी के ऊपर बैठा पाया गया फिर जितेन्द्र सारथी ने बताया यह एशियन पाम सिवेट (Asian Palm Civet) जिसको हिंदी में कबर बिज्जू के नाम से जाना जाता हैं फिर रेस्क्यू ऑपरेशन चालू किया गया, रेस्क्यू के समय कबर बिज्जु लगातार डराने की कोशिश करने लगा और हमला करने लगा फिर एक घण्टे के कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ पाने में सफल हुए तब जाकर घर वालों ने राहत महसूस किया फिर पंचनामा के पश्चात वन विभाग के मौजूदगी में पुनः जंगल में छोड़ दिया गया और घर वालों ने जितेन्द्र सारथी एवम वन विभाग को धन्यवाद ज्ञापित किया, इस पुरे रेस्क्यू ऑपरेशन में कटघोरा वन परिक्षेत्र अधिकारी एके मान्यवर, डिप्टी सुखदेव सिंह मरकाम उपस्थित रहे।
Asian Palm Civet एशियन पाम सिवेट का लंबा, गठीला शरीर मोटे, झबरा बालों से ढका होता है जो आमतौर पर भूरे रंग के होते हैं। इसमें माथे पर एक सफेद मुखौटा होता है, प्रत्येक आंख के नीचे एक छोटा सफेद धब्बा, नासिका के प्रत्येक तरफ एक सफेद धब्बा और आंखों के बीच एक संकीर्ण काली रेखा होती है। शरीर पर काले निशान की तीन पंक्तियों के साथ थूथन, कान, निचले पैर और पूंछ का आधा भाग काला होता है। इसकी सिर से शरीर की लंबाई लगभग 53 सेमी (21 इंच) होती है, जिसमें 48 सेमी (19 इंच) लंबी अनरिंग पूंछ होती है। इसका वजन 2 से 5 किग्रा (4 से 11 पौंड) होता है। इसकी गुदा गंध ग्रंथियां धमकी या परेशान होने पर रासायनिक रक्षा के रूप में एक उल्टी स्राव का उत्सर्जन करती हैं।
इस जानवर की पॉटी से बनती है दुनिया की सबसे महंगी और शानदार कॉफी
सिवेट (Civet) नाम पशु के मल से तैयार होने वाली कॉफी (world’s most expensive Civet coffee ) के एक कप की कीमत लगभग 6 हजार रुपए है. जानकार मानते हैं कि बिल्ली की तरह दिखने वाले इस जानवर की आंतों से गुजरने के बाद कॉफी बीन्स का स्वाद ज्यादा बेहतर हो जाता है,बहुत से लोग कॉफी के बड़े शौकीन होते हैं और इसके नए-नए स्वाद की तलाश में दुनियाभर छान मारते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया की सबसे महंगी कॉफी कौन-सी है और क्या बात उसे सबसे खास बनाती है? इस कॉफी का नाम है कोपी लुवाक (Kopi luwak)इसका एक औसत कप अमेरिका में लगभग 6 हजार रुपए का मिलता है. दिलचस्प बात ये है कि ये कॉफी कई एशियाई देशों समेत दक्षिण भारत में भी बनती है, लेकिन इससे भी दिलचस्प ये है कि इसे बिल्ली जैसे पशु की पॉटी या मल से तैयार किया जाता है.