कोरबा : तहसीलदार व कांग्रेस नेता मारपीट मामले पर छ. ग.प्रशासनिक सेवा संघ के प्रांताध्यक्ष का बड़ा बयान.. निष्पक्ष जांच की मांग, नही तो प्रदेशव्यापी राजस्व कार्य का करेंगे बहिष्कार.

कोरबा/कटघोरा 15 दिसंबर 2022 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : सारंगढ़ जिले के बरमकेला थाना क्षेत्र के तहसीलदार अंतर्गत तहसीलदार सिद्धार्थ अनंत व कांग्रेस नेता नीलाम्बर नायक के बीच हुई मारपीट पर पुलिस द्वारा तहसीलदार सिद्धार्थ महंत पर एफआईआर दर्ज किया है। इस मामले पर छत्तीसगढ़ प्रशासनिक सेवा संघ के प्रांताध्यक्ष व कटघोरा तहसीलदार कृष्ण कुमार अनंत ने बड़ा बयान दिया है।

प्रांताध्यक्ष लहरे ने कहा है कि जो समाचार निकलकर सामने आ रहा है उन्हें घटना की वास्तविकता का पता नहीं चल रहा है किंतु एक तरफ यह जानकारी मिली है कि जो तहसीलदार बरमकेला है उनके कार्यालय के बाबू संजय सिदार सहायक ग्रेड 3 के साथ कांग्रेस नेता पहले जाकर उसके साथ कार्यालय में मारपीट करता है फिर जब इसकी जानकारी तहसीलदार को होती है तो इस मामले पर पूछताछ करने संबंधित कांग्रेस नेता के पास जाते है। फिर दोनों के बीच हांथापाई हो गई। हांथापाई के दौरान किसी को ज्यादा चोट लगी तो किसी कम चोट लगना स्वाभाविक है। लेकिन यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई यह जांच का विषय है। और हम मांग करते है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

शासन की नीति निर्देश अनुसार किसी शासकीय कार्यालय में किसी लोक सेवक के साथ कोई अभद्रता पूर्वक व्यवहार करता है या कोई मारपीट करता है तो उसके खिलाफ भी कार्यवाही होती है उसके खिलाफ भी एफआईआर होती है। लेकिन इस मामले में केवल तहसीलदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की जानकारी मिल रही है बतादें कांग्रेस नेता द्वारा शासकीय कार्यालय के भीतर एक कर्मचारी के ऊपर जाकर अभद्रता पूर्वक व्यवहार किया है तथा शासकीय कर्मचारी के साथ मारपीट की है। लेकिन उसके खिलाफ पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की है। श्री लहरे ने कहा कि हम चाहते हैं कि कांग्रेस नेता के ऊपर भी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए क्योंकि कार्यालय का कर्मचारी संजय सिदार एक आदिवासी कर्मचारी है। ऐसे कर्मचारी के ऊपर मारपीट करने वाले के ऊपर भी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।

छत्तीसगढ़ प्रशासनिक सेवा संघ के प्रांताध्यक्ष कृष्ण कुमार लहरे ने इस मामले पर निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में एकतरफा कार्यवाही होती है तो हमारा संघ भी प्रदेशव्यापी राजस्व कार्य का बहिष्कार करने के लिए तत्पर रहेगा। यदि जांच में कोई हिल हवाला होता है तो कभी आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।