कोरबा : चैतुरगढ महिषासुर मर्दिनी के दर्शन करने पहुंचे छ. ग. विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत व सांसद ज्योत्सना महंत.. पर्यटन विकास को लेकर कही ये बात..

कोरबा/पाली 27 सितम्बर 2022 ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत व कोरबा सांसद ज्योत्स्ना महंत आज कोरबा जिले के प्रसिद्ध चैतुरगढ स्थित महिषासुर मर्दिनी के दर्शन करने पहुंचे। मन्दिर जाने से पूर्व वे पोलमी स्थित क्षेत्रीय पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा के निवास पर रुककर लोगों से बात की। उनके साथ पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा, राज्य गौ सेवा आयोग सदस्य व सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा, राज्य श्रम कल्याण आयोग सदस्य नवीन सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। डॉ महंत व सांसद ज्योत्स्ना महंत सर्वप्रथम माता की विधि विधान से पूजा अर्चना की व पूरे छत्तीसगढ़ राज्य के खुशहाली की कामना की।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत ने चैतुरगढ को पर्यटन के क्षेत्र में और विकसित किये जाने के विषय पर जिला प्रशासन के अधिकारियों से विस्तृत रूप से चर्चा की। डॉ चरणदास महंत ने कहा कि चैतुरगढ को पर्यटन के क्षेत्र में और विकसित करने की आवश्यकता है। ताकि पूरे प्रदेश के लोग इस पर्यटन क्षेत्र का आनंद उठा सकें। उन्होंने कहा कि वे प्रतिवर्ष नवरात्रि में चैतुरगढ स्थित महिषासुर मर्दिनी देवी मां के दर्शन करने आते हैं। दो वर्ष कोरोना काल होने की वजह से यहां नही पाया था। यहां कुछ प्रतिबंधित स्थानों को छोड़कर पर्यटन के क्षेत्र से यह पूरी तरह अनुकूल है। इसे और विकसित करने की जरूरत है। चैतुरगढ घने जंगल से आच्छादित होने के साथ साथ यहां के जंगलों में अनेक प्रकार के जंगली जानवर विचरण करते है। चैतुरगढ मन्दिर में वन विभाग द्वारा निर्मित रेस्ट हाउस काफी सर्वसुविधा युक्त है यहां आने वाले पर्यटक रात्रि विश्राम कर सकते हैं यहां पर्यटकों को प्रकृति की सुंदरता देखने को मिलती है।

मुख्यमंत्री को चैतुरगढ लाने का रहेगा पूरा प्रयास

विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने बताया कि आगामी दिनों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के कोरबा जिला प्रवास के दौरान उनका व पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा का पुरा प्रयास रहेगा कि वे मुख्यमंत्री जी को चैतुरगढ की महिषासुर मर्दिनी देवी मां के दर्शन करने आएं और इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से और विकसित कराने के लिए पहल करें।

चैतुरगढ को छत्तीसगढ़ का कश्मीर कहा जाता है

बता दें कि छत्तीसगढ़ का यह प्रसिद्ध स्थल कोरबा जिला मुख्यालय से कटघोरा, पाली होते हुए करीब 90 किलोमीटर की दूरी पर मैकाल पर्वत श्रेणी की ऊँचाई में स्थित है। जो उच्चतम चोटियों में से एक है। चैतुरगढ का क्षेत्र अलौकिक, शंकर एवं गुप्त गुफा, झरना, नदी, जलाशय, जंगली जीव- जंतुओं से परिपूर्ण है। जहां का तापमान ग्रीष्म ऋतु में भी 30 डिग्री सेंटीग्रेट से अधिक नही होता है। इसीलिए इसे छत्तीसगढ़ का कश्मीर कहा जाता है। जहां अनुपम छटाओं से युक्त यह दर्शनिक क्षेत्र अत्यम दुर्गम है। जहां राजा पृथ्वीदेव प्रथम द्वारा प्राचीन काल से निर्मित यहां मंदिर के गर्भगृह में मां महिषासुर मर्दिनी की दिव्य मूर्ति विराजमान है, जो साधना, शक्ति व आराधना का केंद्र रहा है। जहां प्रत्येक नवरात्र में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है तथा दर्शन हेतु भक्तों की कतार लगी रहती है।

पाली CHC में सोनोग्राफी मशीन का किया शिलान्यास

पाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को जिला खनिज न्यास कोष से खरीदी गई सोनोग्राफी मशीन का समारोह पूर्वक उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत व कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत व पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा, राज्य गौ सेवा आयोग सदस्य व सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा व राज्य श्रम कल्याण आयोग सदस्य नवीन सिंह, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व,खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ रात्रे नगर पालिका अध्यक्ष उमेश चंद्र व मेडिकल टीम मुख्य रूप से उपस्थित रहे। सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाली में सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध होने से क्षेत्र के गरीब व वंचित वर्ग की गर्भवतियों, पेट की बीमारी के मरीजों को राहत मिलेगी। लोगों को महंगी दर पर बाजार में सोनोग्राफी जांच नहीं करवानी पड़ेगी। मशीन को लेकर कईं सालों से इंतजार बना हुआ था।