कोरबा : इस ग्राम पंचायत में ग्रामीण भटक रहे थे राशन के लिए.. मुर्दों का भी राशन डकार रहा था संचालक.. संचालक ने जांच टीम के साथ कि बदसलूकी….SDM ने की त्वरित कार्यवाही.. जारी किया निलंबन आदेश.

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : ग्रामीण इलाकों में राशन दुकान संचालकों की मनमानी से लगातार पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक के ग्रामीण परेशान हैं. सभी ग्रामीणों के लिए राशन, सरकार संचालकों को उपलब्ध कराती है. लेकिन राशन हितग्राहियों तक नहीं पहुंच पाता है. जिसको लेकर कोरबा जिले के पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक के सेमरा पंचायत के पीड़ित ग्रामीणों ने पोंडी उपरोड़ा SDM कार्यालय पहुंचकर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व नंदजी पाण्डेय को ज्ञापन सौंपा है. ग्रामीणों ने शिवमंदिर स्वसहायता समूह द्वारा संचालित राशन दुकान संचालक मनोज दास महंत पर कार्रवाई करने की मांग की है.

पूर्व में कलेक्टर व खाद्य मंत्री से की गई थी शिकायत

सेमरा पंचायत के पीड़ित हितग्राहियों ने बताया कि इसके पूर्व भी सेमरा में संचालित शिव मंदिर स्वसहायता समूह के संचालक मनोज दास महंत की शिकायत जिला कलेक्टर से जनदर्शन में किया गया था, और खाद्य मंत्री को भी पत्र के माध्यम से इसकी शिकायत की गई थी.लेकिन आज तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही होने पर संचालक के हौसले बुलन्द हो चुके है. जिसकी वजह से लाचार ग्रामीणों को राशन के लिए भटकना पड़ रहा है.

राशन दुकान संचालक की मनमानी:

SDM कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि “पिछले 4 वर्षों से मृत हितग्राहियों के नाम पर वर्षों से उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर संचालक मनोज दास महंत अपनी मनमानी करके राशन को स्वयं आहरण किया जा रहा है. जबकि ग्रामीणों को 3 से 4 माह का राशन नहीं मिल रहा है. जिसकी वजह से वह अपनी मांगों को लेकर SDM कार्यालय पहुंचे हैं.

दुकान संचालक पर गड़बड़ी का आरोप:

गांव के हितग्राहीयों ने बताया कि “उनके साथ कई हितग्राही ऐसे हैं, जिन्हें प्रति महीने 50 किलो राशन मिलता है. लेकिन राशन दुकान संचालक गड़बड़ी करते हुए उन्हें प्रतिमाह केवल 35 किलो ही राशन उपलब्ध करवाता है. अन्य सरकार की ओर से मिलने वाले राशन की हेराफेरी करता है.”

SDM ने की त्वरित कार्यवाही, किया निलंबित:

इस मामले पर पोंडी उपरोड़ा SDM नंदजी पाण्डेय ने कहा कि “इससे पहले भी सेमरा पंचायत से राशन गड़बड़ी की शिकायत मिली थी. शिकायत पर खाद्य विभाग की टीम को भी जांच के लिए पंचायत में भेजा गया था. लेकिन जांच टीम के साथ संचालक द्वारा बदसलूकी की गई जिसे लेकर एक बार फिर से पीड़ित ग्रामीणों ने राशन न मिलने व मृत व्यक्तियों के नाम से राशन की हेराफेरी को लेकर ग्रामीणों से शिकायत मिली है. जिस पर तत्काल संज्ञान में लेते हुए उक्त समूह द्वारा संचालित राशन दुकान को निलंबित कर दिया गया है.