कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : महिला बाल विकास विभाग पोंडी उपरोड़ा में बड़े फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। जिसमें परियोजना अधिकारी ने फर्जी तरीके से बिना जिला प्रशासन व जनपद पंचायत कार्यालय को जानकारी दिए आंगनबाड़ी में साहायिका की नियक्ति कर दी वो जिस आँगनबाड़ी में नियुक्ति की गई वहां पहले से पदस्थ साहायिका को इसकी जानकारी भी नही है।
बतादें की पोंडी उपरोड़ा की सेवा निवृत्त परियोजना अधिकारी किरण उपाध्याय सुपरवाइजर के पद पर अपनी सेवा दी है इसी बीच उनका प्रमोशन परियोजना अधिकारी बतौर पोंडी उपरोड़ा महिला बाल विकास विभाग में हुआ और वे अपने सेवानिवृति के लगभग 5 महीने वे यहां अपनी सेवा परियोजना अधिकारी के रूप में दी है। लेकिन वे अपने इस 5 महीने के कार्यकाल के दौरान पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक के कई सेक्टरों में फर्जी तरीके से सहायिकाओं की नियुक्ति करा दी गई। एक मामला सिंघिया सेक्टर में कापुबहरा आंगनबाड़ी केंद्र का है। जहां वर्षों से पदस्थ आंगनबाड़ी साहायिका झूल बाई के सेवा में रहते हुए अन्य साहायिका की नियुक्ति कर दी गई।
कापुबहरा आंगनबाड़ी केंद्र में पदस्थ साहायिका झूल बाई ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि 6 जून 2022 को प्रभा पति मनोज द्वारा कार्यालयीन आदेश लाकर उनके आंगनबाड़ी केंद्र आकर उन्हें यह कहा गया कि अब तुम्हारी जगह प्रभा यहां की नई साहायिका नियुक्त हुई है और वे अब पदमुक्त है। झुलबाई ने बताया कि साहायिका को सेवा निवृत्त के एक माह पूर्व इसकी जानकारी दी जाती है। लेकिन उन्हें न ही इसकी जानकारी दी गई और न ही इस नियुक्ति की जानकारी परिक्षेत्र पर्यवेक्षक सिंघिया स्वाति पैकरा को है यही नही इस फर्जी नियुक्ति की जानकारी जनपद पंचायत पोंडी उपरोड़ा को भी नही है। तत्कालीन परियोजना अधिकारी किरण उपाध्याय के द्वारा फर्जी तरीके से नियुक्ति आदेश जारी कर साहायिकाओ को भर्ती किया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पोंडी उपरोड़ा में पदस्थ रही सेवानिवृत्त परियोजना अधिकारी किरण उपाध्याय के द्वारा एक यही फर्जी नियुक्ति का मामला नहीं है बल्कि वे परियोजना अधिकारी के पद पर रहते अन्य सेक्टरों में भी कई सहायिकाओं की नियुक्ति फर्जी तरीके से की गई है। जबकि इसकी जानकारी न ही जिला महिला बाल विकास विभाग को है और न ही जनपद पंचायत पोंडी उपरोड़ा को। इस तरह से हुए फर्जीवाड़े को लेकर झुलबाई द्वारा जिला कलेक्टर से शिकायत तो की गई है। लेकिन अब देखने वाली बात होगी की इस फर्जी नियुक्ति को लेकर जिला कलेक्टर संजीव झा परियोजना अधिकारी रहीं किरण उपाध्याय पर क्या कार्यवाही करते है।