कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) अकित सिंह –: तुम कोशिश करते रहो हम तुम्हारी हर कोशिश को नाकाम करते रहेंगे । ये कहावत पोड़ी उपरोड़ा अनुभाग और नायब तहसीलदार सोना राम साहू पर सटीक बैठती है । एक और प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल जहां एक और भ्रष्टाचार को रोकने लगातार कार्यवाही कर रहे है…उसके बावजूद कोरबा जिले में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है ..दरअसल पसान नायाब तहसीलदार सोना राम साहू का नायाब कारनामा देखने को मिल रहा है पसान स्कूल की भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को लेकर स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा लिखित शिकायत कर कार्यवाही की मांग की गई है !
जिसमे कार्यवाही की बात तो दूर नायाब तहसीलदार अपने फरमान को लेकर खासे चर्चा में बने हुए है भूमाफियाओं को नायब तहसीलदार सोना राम साहू का संरक्षण प्रदान है इस बात को उनके ही निकाले गए आदेश से समझा जा सकता है नायाब तहसीलदार द्वारा 05/04 को जनचौपाल में दिये गए आवेदन का प्रतिवेदन 11/04 ,को बनाकर अनुविभागीय अधिकारी को जमा कर स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा लिखित शिकायत (आवेदन) को ही गलत बता दिया गया ,किंतु जब अवैध कब्जे को लेकर दबाव बढ़ा तो उसी आवेदन पत्र के जांच हेतु सूचना निकाल कर मौका जांच 30/05 को करना बताया इससे इस बात को नहीं नकारा जा सकता की नायाब तहसीलदार सोना राम साहू अपने ही फरमान में फसते जा रहे हैं
बात करे भूमि की तो मिशल रिकॉर्ड में खसरा नंबर 408 घास मद की भूमि थी ,इसकी खरीदी बिक्री कैसे प्रारंभ हुई इसके फर्जीवाड़ा का खुलासा रजिस्ट्री के परत दर परत जाँच से होगा.वही इसकी शिकायत कलेक्टर कोरबा से की गई है तथा आगामी दिनों में विधायक व राजस्व मंत्री से की जाएगी अगर उसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होगी तो मुख्यमंत्री के समक्ष पूरा मामला रखा जायेगा ,, सूत्रो ने बताया की विक्रेता जब मुरलिया लोग दो भाई थे तो एक भाई उक्त भूमि का रजिस्ट्री कैसे कर सकता है यह भी जांच का विषय है…!
क्या था पूरा मामला..
दरअसल पसान में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पसान की जमीन पर अवैध निर्माण पर वीरेंद्र कुमार पाण्डेय, हरिप्रसाद पाण्डेय आदि जो कि वर्तमान उप सरपंच पुत्र ग्राम पंचायत पसान के द्वारा अवैध निर्माण कराया जा रहा था स्कूल प्रबंधन द्वारा जिसकी शिकायत कलेक्टर से लेकर कमिस्नर से करते हुए स्पष्ट रूप से बताया गया था कि विद्यालय की भूमि पुराना विद्यालय भवन के पीछे उत्तर दिशा से लेकर पूर्व दिशा तक मुख्य सड़क मार्ग से लगी हुई है। इस भूमि पर उत्तर दिशा की ओर विरेन्द्र कुमार पाण्डेय, हरिप्रसाद पाण्डेय आदि जो कि वर्तमान उप सरपंच पुत्र ग्राम पंचायत पसान के द्वारा अवैध निर्माण कराया जा रहा है। 65 वर्ष पूर्व से विद्यालय के लिए चिन्हित शासकीय भूमि है जो खसरा नंबर 412 का एक भाग है। इस निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगाकर पूर्व निर्मित अवैध भवन को गिराने की कार्यवाही की आवश्यकता बताई गई है।
इस मामले की शिकायत के साथ ही यह भी मांग की गई है कि विरेन्द्र कुमार पाण्डेय/हरिप्रसाद पाण्डेय के नाम पर दर्ज भूमि खसरा नंबर 408/8 क, रकबा 0.1010 हेक्टेयर एवं खसरा नंबर 408/2, 408/12, रकबा 0.0400 हेक्टेयर दिलीप केडिया/लक्ष्मण प्रसाद निवासी पेण्ड्रा रोड का नाम राजस्व अभिलेखों में कब, क्यों और कैसे दर्ज हुआ है? इसकी भी उच्च स्तरीय जांच कराकर सभी राजस्व अभिलेखों से भू-स्वामि हक विलोपित किया जाए ताकि शासकीय भूमि पर किए गए कब्जे को भूमाफियाओ से बचाया जा सके…परंतु पसान नायाब तहसीलदार सोना राम साहू की लापरवाही उदासीनता , से आज कई महीनों के उपरांत भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हो सकी….!