कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : कोरबा पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देश पर पूरे जिले के थानों में शराब बंदी को लेकर लोगों को जागरूक करने मुहिम चलाई जा रही है तो वहीं पुलिस की छवि को धूमिल करने कुछ पुलिस कर्मी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे में लोगों का पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था से विश्वास उठना लाज़मी है।
कटघोरा पुलिस अनुविभाग अंतर्गत बांगों थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत लेपरा के कुछ ग्रामीण दिनांक 4 जून को बांगों थाना पहुंच कर गाँव के रंग साय पिता बेचना की शिकायत करने पहुंचे थे। जिसमें बताया गया कि लेपरा निवासी रंग साय आय दिन शराब पीकर गाँव में गाली गलौज करते रहता है। जिसकी वजह से गाँव में महिलाओं व बच्चों में डर का माहौल रहता है। जब इसकी शिकायत बांगों थाना में पदस्थ मुंशी जोगेंद्र खूंटे को ग्रामीणों द्वारा बताया गया तो मुंशी जोगेंद्र खूंटे ने उनकी शिकायत को लिखने से मना कर दिया और उल्टे ग्रामीणों को डरा धमका कर उनसे 25 हज़ार रुपये की मांग की। और नहीं देने पर जेल में भेजने की बात मुंशी खूंटे द्वारा कहा गया।
बांगों थाना के मुंशी जोगेंद्र खूंटे के इस रवैये से ग्रामीण काफी डर गए और उन्होंने डर में पुलिस को 5 हज़ार रुपये तत्काल दे दिए और मुंशी खूंटे ने मंगलवार तक 20 हज़ार नही देने पर ग्रामीणों पर कार्यवाही किये जान की बात कही। ग्रामीणों द्वारा इस विषय को लेकर आज जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल को लिखित शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि पुलिस थाना में जाकर शराबी की शिकायत करना गलत है तो फिर पुलिस प्रशासन शराब बंदी के लिए गावों में जागरूकता लाने का क्यों प्रयास कर रही है। जब रक्षक ही भक्षक बन जाये तो गरीब अपनी न्याय की उम्मीद किस से करे। ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से बांगों थाना में पदस्थ मुंशी जोगेंद्र खूंटे पर उचित कार्यवाही की मांग की है।
पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने पहुंचे लेपरा से दयाल सिंह, आसाराम, हंसूराम, राम चरण, बुद्धू राम, हीरामती, गंभीर साय, सहुन्ति बाई, जेठू राम जगत राम उपस्थित रहे।