रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़) : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अभी विधानसभावार दौरा शुरू भी नही हुआ कि उसे लेकर प्रदेश में राजनीति गरमा गई है. जहां एक ओर कांग्रेस मुख्यमंत्री के दौरे से सरकार की योजनाओं, उसके क्रियान्वयन, शासन प्रशासन के कामकाज और प्रदेश की जनता की अपेक्षाओं की समीक्षा बता रही है , तो वहीं भाजपा इसे कांग्रेस सरकार के साढ़े 3 साल में काम ना करने के बाद विधानसभा चुनाव को आता देख प्रदेश की जनता को लुभाने का प्रयास बता रही है.
भूपेश के दौरे के मायने : आखिर भूपेश बघेल के इस विधानसभावार दौरे के क्या सियासी मायने हैं इसे जानने की कोशिश करते हैं। सबसे पहली बात करते हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की. 4 मई से शुरू होने वाले इस दौरे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि वे सभी विधानसभा में जाएंगे यदि वे रायपुर आए तो रायपुर जिला के विधानसभा में भी जाएंगे, 90 विधानसभाओं में उनका दौरा (CM Bhupesh will visit villages) होगा. गांव शहर नगर पंचायत सभी जगहों पर जाएंगे, वहां के किसानों नौजवानों महिलाओं आदिवासियों व्यापारियों से मुलाकात करेंगे.
संगठन के लोग भी रहेंगे मौजूद : सीएम बघेल के साथ जब उनसे पूछा गया कि क्या इस दौरे के दौरान उनके साथ संगठन के लोग भी उपस्थित रहेंगे जिसके जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ”यह शासकीय दौरा है, लेकिन इसमें संगठन के लोग भी रहेंगे, कांग्रेस की सत्ता है और कांग्रेस के लोग रहेंगे, क्यों नहीं रहेंगे.”
बीजेपी ने साधा निशाना : भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि साढ़े 3 साल बाद जब कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. यह रिपोर्ट आ रही है कि कांग्रेस सरकार की विदाई जल्द होने वाली है. तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जाग रहे हैं. साढ़े 3 साल तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश,असम ओर बिहार का दौरा करते रहे. इस दौरान वे राष्ट्रीय राजनीति में भी सक्रिय होने प्रयास करते रहे, अब लग रहा है कि अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव में स्थिति खराब है इसलिए उन्हें एक-एक विधानसभा जाना पड़ रहा है.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का कहना है कि कांग्रेस के अंदर विस्फोटक स्थिति बनी हुई है. सर्वे रिपोर्ट आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वीकार किया है कि विधायकों की स्थिति बहुत खराब है. उसकी समीक्षा करने की जरूरत है.इसी के तहत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आगामी दौरा बना है. यदि उसमें सुधार नहीं किया गया तो उनकी स्थिति और खराब होने वाली है.
पीएल पुनिया ने किया पलटवार : बीजेपी के इस बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ( Congress state in charge PL Punia) ने कहा है कि जनता के बीच में तो जननेताओं को जाना ही पड़ता है. भारतीय जनता पार्टी यह समझती है कि उन्होंने बहुत काम किया है. घर बैठे रहेंगे तो घर बैठे ही रह जाएंगे. उनको कुछ मिलना नहीं है.
जनता के बीच जाना जरुरी : राजनीति के जानकार एवं वरिष्ठ पत्रकार रामअवतार तिवारी का कहना है कि सभी राजनीतिक दल को जनता के बीच जाना चाहिए क्योंकि जनता ही उन्हें चुनती है. ऐसे में जनप्रतिनिधियों की परफॉर्मेंस जनता के साथ संवाद सहित अन्य चीजों को देखना चाहिए . भाजपा कांग्रेस सहित सभी दलों को यह काम करना चाहिए. जनता के बीच जो पार्टी भी ज्यादा जाएगी.उस पार्टी का जनाधार और विश्वसनीयता बढ़ेगी.
किसी भी गांव में अचानक पहुंचेंगे सीएम भूपेश : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 4 मई से पांच जून के बीच बस्तर और सरगुजा संभाग ( CM Bhupesh visit to Surguja and Bastar) के 26 विधानसभाओं में जाकर सरकार की योजनाओं की पड़ताल करेंगे. इस दौरान वे प्रत्येक विधानसभा के तीन-तीन गांवों में अचानक पहुंचकर वहां के लोगों से बातचीत करेंगे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दौरा चार मई से प्रस्तावित है. सीएम अपने इस दौरे में किसी भी गांव में अचानक पहुंचकर सरकार की योजनाओं की गांव के लोगों से जानकारी लेंगे. सीएम भूपेश जिस विधानसभा मे जाएंगे, वहीं रात्रि विश्राम करेंगे.
भूपेश बघेल का प्रस्तावित दौरा
• 04 से 11 मई तक सरगुजा के सामरी, रामानुजगंज, प्रतापपुर, भटगांव, प्रेमनगर, लुंडा, अंबिकापुर, सीतापुर
• 18 से 20 मई तक बस्तर के कोंटा, बीजापुर और दंतेवाड़ा
• 23 से 27 मई तक बस्तर के केशकाल, कोंडागांव, चित्रकोट, बस्तर और जगदलपुर
• 30 मई से 2 जून तक नारायणपुर,भानुप्रतापपुर, अंतागढ़, कांकेर
• 06 जून से 11 जून तक सरगुजा के जशपुर, कुनकुरी, पत्थलगांव, भरतपुर, बैकुंठपुर, मनेन्द्रगढ़