रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और जोगी कांग्रेस के सुप्रीमो अजीत जोगी के निधन के बाद लगातार उनकी पार्टी और उनका परिवार राजनीतिक अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है.अब पार्टी के भविष्य को लेकर भी चिंता बरकरार है. जोगी परिवार के करीबी माने जाने वाले कई लोगों ने पार्टी छोड़कर अन्य पार्टियों में प्रवेश किया है. ऐसे में जिस मजबूती के साथ जोगी कांग्रेस अस्तित्व में आई थी, वहीं अब उसका अस्तित्व संकट में नजर आ रहा है.
हाल ही में खैरागढ़ उपचुनाव संपन्न हुए हैं. मतगणना की घोषणा के पहले ही जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी द्वारा पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेने से कार्यकर्ताओं में नाराजगी है. पार्टी के कार्यकर्ता दबे स्वर में यह बात कहते दिखाई रहे हैं कि, मतगणना के पहले ही प्रदेश अध्यक्ष द्वारा सोशल मीडिया पर खैरागढ़ उपचुनाव के हार जिम्मेदारी लेने वाला मैसेज पार्टी की छवि को धूमिल कर रहा है. साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी साफ तौर पर देखी जा रही है.
आम आदमी पार्टी को मिल सकता है फायदा: पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद से ही छत्तीसगढ़ में पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है. वहीं आम आदमी पार्टी के प्रदेश सह संयोजक सूरज उपाध्याय का कहना है कि, छत्तीसगढ़ में तीसरे विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी उभर कर सामने आ रही है. जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता और प्रत्याशी, जिनकी कम मार्जिन से 2018 विधानसभा चुनाव में हार हुई है. ऐसे जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी आप में प्रवेश करना चाहते हैं.
मामले में सूरज उपाध्याय ने कहा प्रदेश में जो थर्ड पार्टी की उपस्थिति थी. जिस तरह से एक वैक्यूम क्रिएट हुआ है. जिसे आम आदमी पार्टी फुलफिल करेगी. 90 विधानसभा में पार्टी ने जो संगठन तैयार किया है. आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका फायदा आम आदमी पार्टी को जरूर मिलेगा.
अमित जोगी ने कहा त्रुटिवश चीजें हुई पोस्ट: ईटीवी से बातचीत में जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी कहा कि हम खैरागढ़ उपचुनाव की मतगणना इंतजार कर रहे हैं. सोशल मीडिया में जो हार स्वीकार की बातें पोस्ट की गई वह आफिस से त्रुटिवश हुई है.
इस विषय में जेसीसीजे के प्रवक्ता भगवानू नायक का कहना जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाली बात बिल्कुल गलत है. यह गलत अफवाह फैलाई जा रही है. पूर्व में भी आम आदमी पार्टी के साथ जनता कांग्रेस के विलय को लेकर प्रचार किया गया था, जो कि पूर्णत: निराधार था. खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव का 16 अप्रैल को परिणाम आने वाला है. जो भी परिणाम होगा वह हमें स्वीकार है. इसकी जो भी समीक्षा होगी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में उसका विश्लेषण किया जाएगा.