कटघोरा : बिजली की आंखमिचौली से शहरवासी परेशान.. नगर के कुछ वार्ड दो दिनों से डूबे अंधेरे में.. गर्मी में लोग हो रहे हलाकान.. पीने के पानी की बढ़ी समस्या.. बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी का खामियाजा भुगत रहे लोग.

कोरबा/कटघोरा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : कटघोरा नगर में गर्मी के दस्तक देते ही बिजली विभाग के दावों की पोल खुलनी शुरू हो गई है। प्रत्येक वर्ष यह दावा किया जाता है कि लोगों को जीरो पावर कट के साथ निर्बाध बिजली की आपूर्ति 24 घंटे की जाएगी। वही छ्त्तीसगढ़ राज्य सरकार सरप्लस बिजली उत्पादन और सप्लाई का भी दावा करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही दिखती नजर आ रही है। एक ओर जहां ठंड के मौसम में बिजली सप्लाई की व्यवस्था को दुरुस्त करने के नाम पर दिनभर बिजली काटी जाती रही बावजूद व्यवस्था सही नहीं हो पाया है। जैसे-जैसे गर्मी का पारा बढ़ता है पावर कट की समस्या शुरू हो जाती है। दिन हो या रात बिजली कट होने लगता है। इससे एक ओर जहां आम लोगों का घरेलू कामकाज बाधित होता है वहीं व्यापार भी प्रभावित होता है। इस संबंध में बिजली विभाग के अधिकारी भी दावा करते नही थकते की शहर कि व्यवस्था दुरुस्त रहे और लोगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति होती रहे।

कटघोरा नगर में मौसम गर्म होने और तापमान बढ़ने के साथ पिछले कुछ दिनों से बिजली कट आउट की समस्या उत्पन्न हो गई है। पंखे, कूलर, एसीे चलने में धीमी गति आते ही लोगों को मूल समस्या का एहसास होने लगा। इसका मुख्य वजह बिजली विभाग की सुस्ती है। लोगों को 24 घंटे बिजली देने का दावा करने वाला विभाग गर्मी के शुरूआत से ही नाकाम साबित होने लगा है। दिन और रात पावर कट की समस्या से लोग त्रस्त हैं। जहां एक ओर कटघोरा नगर पालिका परिषद के कारण मच्छर तो दूसरी ओर बिजली की आंखमिचौली से लोगों के रातों की नींद पर आफत बनती जा रही है।

कटघोरा नगर के दो वार्ड में बिजली की ज्यादा समस्या

कटघोरा वार्ड नं 9 तिलक नगर के आधे हिस्से में 2 दिनों से बिजली की समस्या से लोग परेशान हैं। यहां सोमवार की रात्रि 1 बजे से डिम लाइट की वजह से गर्मी में लोगों को बिना पंखे व कूलर के काटना पड़ रहा है। सुबह जब बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर को इस समस्या की जानकारी दी गई तो उन्होंने NTPC से समस्या होना बताया और शाम 7 बजे तक बिजली की समस्या बहाल हो जाएगी। लेकिन 7 बजे के बाद भी बिजली की समस्या बहाल नही हुई और जब अधिकारी से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने अपना मोबाइल न बंद कर दिया। बिजली विभाग के कर्मचारी भी मनमौजी तरीके से काम कर रहें है। इन्हें फोन करने पर किसी प्रकार का कोई उत्तर नही मिलता है। जब रात्रि आफिस जाकर समस्या को बताया जाता है तो चेक करने जा रहे है कहकर अपना पल्ला झाड़ लेतें हैं। रात्रि में बताया जाता है कि ट्रांसफार्मर फेल हो गया है। वहीं वार्ड नं 9 के साथ साथ वार्ड 6 राजीव नगर में मंगल वार रात्रि 12 बजे के बाद से बिजली आपूर्ति पूरी तरह अवरुद्ध है। क्योंकि यहां का ट्रांसफार्मर भी फेल हो गया है। बिजली विभाग की मनमानी से लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ रहा है।

कामकाजी लोगों को सबसे ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए भी पावर कट एक जटिल समस्या बन गई है। कोरोना काल में बंद पड़े सरकारी व निजी स्कूल भी खुल चुके हैं। गर्मी के शुरूआती दौर में जब बिजली कट आउट और ट्रांसफार्मर की यह समस्या है तो लोग आगे की स्थिति की कल्पना कर विभाग को कोस रहे हैं।

ट्रांसफार्मर में खराबी और झूलते और अव्यवस्थित तारों के कारण बिजली फोल्ट की समस्या उत्पन्न होते रहती है। कई बार स्पार्क और आग लगने से बिजली कनेक्शन बाधित होता है। ऐसी व्यवस्था को बिजली विभाग द्वारा दुरुस्त नहीं किया जाता है। वहीं विभाग जर्जर तार बदलने, कवर तार लगाने, ट्रांसफार्मर को ठीक करने की बात कहते हैं लेकिन गर्मी आते ही ठीक करने का दावा फेल हो जाता है और बिजली कट आउट की समस्या उत्पन्न हो जाती है। कई बार तो बिजली के जर्जर तार व ट्रांसफार्मर से घटनाएं भी होती रहती है। इसके बावजूद कोई सार्थक पहल विभाग के अधिकारियों के तरफ से होता नहीं दिख रहा है।