कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- चैतुरगढ़ में रैम्प मार्ग के क्षतिग्रस्त होने के कारण श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आगामी चैत्र बासंती नवरात्रि पर्व को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है, हालांकि माता के दरबार में नवरात्रि में 9 दिन तक पूजा अनुष्ठान होंगे। लेकिन मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित नहीं किए जाएंगे।
जिले के धार्मिक पर्यटन स्थल चैतुरगढ़ स्थित आदिशक्ति मां महिषासुर मर्दिनी देवी का दरबार इस बार भी नवरात्र में सूना रहेगा। क्योंकि गत वर्ष की बारिश में 17-18 सितम्बर को माता के दरबार तक पहुँचने वाले रैंप सड़क सहित अन्य विकास कार्यों को काफी नुकसान पहुंचा था। रैम्प की स्थिति खतरनाक हो गई है और कई जगह भूस्खलन भी हुआ है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं भक्तों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इस मार्ग पर पैदल आवाजाही पर पहले ही रोक लगा दी है ,क्योंकि रैम्प ,सड़क, पहाड़ पर जगह-जगह दरारें है।इस कारण आगामी 2 अप्रैल से आरंभ हो रहे चैत्र (बासंती) नवरात्रि पर्व को धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ नहीं मनाने का निर्णय लिया है। मंदिर परिसर में हजारों आस्था के दीप (मनोकामना ज्योति कलश) प्रज्वलित नहीं होंगे।केवल मंदिर के गर्भ गृह में 1 अखंड ज्योति के साथ 2 और ज्योति कलश तथा कलश भवन में 5 ज्योति कलश प्रज्वलित करने का निर्णय लिया गया है।माता के दरबार में 9 दिनों तक नियमित रूप से पूजा, हवन अनुष्ठान विधि विधान से होंगे।इस निर्णय से माता के भक्तों में पुनः मायूसी छा गई है।
छह माह में नहीं हो सका मरम्मत
यह विडंबना ही कही जाएगी कि रैम्प और सड़क के क्षतिग्रस्त होने के 6 माह बाद भी मरम्मत नहीं हो सका है।स्थानीय वन अधिकारी की ओर से इसके लिए एक कार्ययोजना का प्रस्ताव प्रशासन को भेजा गया। लेकिन अब तक स्वीकृत नहीं हुआ है। वहीं पुरातत्व विभाग की एनओसी नहीं मिलने की बात भी कही जा रही है।यद्यपि मरम्मत कार्य के लिए पुरातत्व विभाग हस्तक्षेप नहीं करेगा। यदि प्रशासन गंभीरता और सक्रियता दिखाता या जनप्रतिनिधि इसके लिए ठोस पहल और प्रयास करते तो शायद यह कार्य अब तक पूर्ण हो गया होता। हालांकि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद माता के भक्त, श्रद्धालु और पर्यटक जान जोखिम में डालकर बेखौफ होकर माता के दर्शन को पहुंच रहे हैं और अपने मां कामना की पूर्ति कर रहे हैं।
कलेक्टर रानू साहू पहुंची चैतुरगढ़
जिला कलेक्टर रानू साहू आज शाम अचानक बिना किसी पूर्व नियोजित कार्यक्रम के चैतुरगढ़ पहुंच गई और पैदल ही रैंप सड़क की चढ़ाई करते हुए माता के दरबार पहुंचकर पूजा-अर्चना की और साल के लिए अखंड ज्योति कलश की स्थापना करवाई। उन्होंने क्षतिग्रस्त रैम्प-सड़क का जायजा भी लिया और नवरात्र पूर्व मरम्मत का आश्वासन भी दिया। श्रीमती साहू ने पाली शिव मंदिर पहुंच कर भी भगवान भोलेनाथ के दर्शन पूजन किये।