कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : कटघोरा जिला बनाओ अभियान समिति के अधिवक्ता संघ व पत्रकार संघ कटघोरा को जिला बनाने की मांग को लेकर विधायकों के नेतृत्व मृह गुरुवार को CM हाउस पहुंचे थे लेकिन विधायकों द्वारा कटघोरा को जिला बनाये जाने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं व पत्रकारों की उपेक्षा किये जाने से नाराज़ अधिवक्ता संघ ने आज कटघोरा में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए क्षेत्रीय दोनों विधायको पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों विधायक CM भपेश बघेल के पास केवल आदिवासी समाज की मांगों को सामने रखा न कि कटघोरा जिला बमाने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं को मुख्यमंत्री से मिलने दिया।
झूठे घोषणा पत्र को लेकर अधिवक्ता संघ विधायक के खिलाफ दर्ज कराएगा एफआईआर दर्ज
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अधिवक्ता संघ कटघोरा के सचिव अमित सिन्हा ने कहा कि कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर द्वारा विधानसभा चुनाव में बांटे गए घोषणा पत्र में कटघोरा की जनता से वादा किया था कि विधायक बनने के बाद कटघोरा को जिला बनाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। लेकिन विधायक अपना वादा को भूल गए हैं और लगभग 215 दिनों से कटघोरा जिला बनाओ अभियान समिति द्वारा धरने पर बैठे अधिवक्ता संघ के पास पहुंचकर अपना समर्थन भी दिया था। जिसमें पूर्व विधायक बोधराम कंवर, कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर तथा पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा प्रमुख रूप से शामिल हुए। लेकिन कल CM हाउस में विधायकों द्वारा कटघोरा जिला बनाने की मांग पर कोई भी पहल नही की गई। अब अधिवक्ता संघ विधायक द्वारा जारी किए गए झूठे घोषणा पत्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी में जुट गया है।
अधिवक्ता संघ ने आगामी विधानसभा चुनाव में विधायकों के खिलाफ जिला बनाओ अभियान समिति के प्रत्याशी खड़ा करने की दी चेतावनी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायकों से नाराज़ अधिवक्ता संघ ने सख्त लहज़े में चेतावनी देते हुए कहा कि क्षेत्र के दोनों विधायकों ने कटघोरा जिला बनाओ अभियान समिति की उपेक्षा की है। अब वे आगामी विधानसभा में कटघोरा व पाली तानाखार विधानसभा से कटघोरा जिला बनाओ अभियान समिति का प्रत्याशी खड़ा कर चुनाव लड़ने की मंशा बना ली है। और अब कटघोरा जिला बनाओ अभियान समिति उग्र आंदोलन करने का मुड़ बना चुकी है।
बतादें की कटघोरा जिला बनाओ अभियान समिति के अधिवक्ता संघ व पत्रकार कटघोरा को जिला बनाने की मांग को लेकर बुधवार को कटघोरा विधायक पुरूषोत्तम कंवर व पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा के नेतृत्व में छ्त्तीसगढ़ मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचे। मुख्यमंत्री निवास पर बड़ी संख्या में कोरबा जिले के जनप्रतिनिधि पहुंचे हुए थे। घण्टो इंतजार के बाद शाम 7:30 बजे मुख़्यमंत्री भपेश बघेल अपने निवास पर आगंतुक सभागार पहुंचे। सभागार में मंचस्थ CM भपेश बघेल के साथ विधायकों ने केवल आदिवासी समाज की विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के पास अपनी बातें रखीं।
क्षेत्रीय विधायकों व जनप्रतिनिधियों ने नहीं कि कटघोरा जिला बनाने की मांग को लेकर चर्चा
मुख्यमंत्री निवास पर बड़ी उम्मीद से पहुंचे अधिवक्ता संघ व पत्रकार उस समय निराश दिखे जब जिस उम्मीद से वे क्षेत्रीय विधायकों के नेतृत्व में कटघोरा को जिला बनाये जाने की मांग को लेकर पहुंचे थे लेकिन इस बात को भूलकर कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर व पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा मंच पर केवल आदिवासी समाज की ही मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। और उनकी मांगों को मुख्यमंत्री ने पूरा करते हुए घोषणा भी की और अनेक मागों को लेकर आश्वस्त किया। विधायकों द्वारा कटघोरा जिला बनाने की मांग को नजरअंदाज किये जाने से अधिवक्ता संघ व पत्रकारों में नाराजगी देखी गई। सबसे बड़ी बात यहां ये देखने को मिली की ग्रामीण क्षेत्र से पहुंचे लोगों से जब पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें आदिवासी समाज की मांगों को लेकर यहां बुलाया गया है और कटघोरा जिला बनाए जाने की बात उन्हें यहां पहुंच कर पता चला।
पत्रकार आलोक पांडेय ने जय जोहार कका कहते हुए कटघोरा को जिला का दर्जा देने की बात मुख्यमंत्री से कही
मुख्यमंत्री निवास पर कटघोरा जिला बनाने की मांग को लेकर पहुंचे विधायकों द्वारा आदिवासी समाज की विभिन्न मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखने के बाद कटघोरा के पत्रकार आलोक पांडेय ने माइक पकड़ते हुए जय जोहार कका कहते हुए मुख्यमंत्री भपेश बघेल के सामने कटघोरा को जिले का दर्जा देने की बात कही। और इस बहुत पुरानी मांग को पूरा करने की बात कही। इस पर भपेश बघेल ने कहा कि पूर्व में घोषित चार जिलों में अभी विवाद की स्थिति चल रही है। घोषित सभी जिलों के लिए इस बजट में मद की भी घोषणा की गई है। अभी नया जिला बनाये जाने पर विचार किया जाएगा।