रायपुर में होली के मौके पर चाकू बाजी की 20 घटनाएं,कई थानों में एफआईआर तक दर्ज नही हो पाई.


रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़
)रायपुर में होली के दिन जमकर लाठी-डंडे चले. इतना ही नहीं बीते 24 घंटे में राजधानी में 20 से अधिक चाकूबाजी के मामले सामने आए हैं. हालात यह थे कि मेकाहारा में घायलों की लंबी कतारें देखी जा रही थीं. सबसे अधिक चाकूबाजी के मामले टिकरापारा थाना क्षेत्र में हुए. पूरे दिन थानों में गहमा-गहमी का माहौल बना रहा. चाकूबाजी और मारपीट की घटनाओं से शहर के लोग खौफजदा हैं.

कई थानों में अभी भी एफआईआर नहीं
होली के दिन शहर में बदमाशों ने जमकर उत्पात मचाया. पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद भी बदमाश बड़ी आसानी से वारदात को अंजाम देने में कामयाब रहे. शहर के कई थानों में तो हालात यह थे कि एफआईआर तक दर्ज नहीं हो पाई, क्योंकि केसेस अधिक आ रहे थे. सभी थाना क्षेत्रों को मिलाकर करीब 49 मामले ही दर्ज किए जा सके. बाकी मामलों की एफआईआर की कॉपी ऑनलाइन पोर्टल पर दूसरे दिन डाले जा रहे हैं.


टिकरापारा में 7-8 चाकूबाजी के मामले
शहर के टिकरापारा थाना क्षेत्र में होली के दिन करीब 7-8 चाकूबाजी के मामले सामने आए हैं. इसी थाना क्षेत्र के झंडा चौक के पास आरोपी मनोज ठाकुर ने प्रार्थी रूपेश कुमार को सब्जी काटने के चाकू से वार कर चोट पहुंचाई. इसी तरह गुढ़ियारी इलाके में लादू नाम के आरोपी ने गौरव ध्रुव को चाकू से चोट पहुंचाई. शहर के करीब 15 थानों में ही मारपीट के 40 से अधिक केसेस सामने आए हैं. इनमें से आधे से अधिक मामलों में आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.

पुलिस का खौफ नहीं रहा बदमाशों में
होली पर शांति व्यवस्था कायम रहे, इसलिए पुलिस ने त्योहार से एक दिन पहले फ्लैगमार्च निकाला. कई गुंडे बदमाशों को जेल भी भेजा गया. इतना ही नहीं 1100 अतिरिक्त बल भी लगाए गए, बावजूद इसके पुलिस कानून व्यवस्था को बेहतर करने में नाकाम रही. इस मामले को लेकर रायपुर पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि चाकूबाजी के ज्यादातर मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका. कुछ मामले के आरोपी फरार हैं, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.