छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र 2022: राज्यपाल के अभिभाषण के बीच भाजपा विधायक ने की टोकाटोकी.


रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़):
 भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आपसे तीन बार ये भाषण पढ़वा चुके हैं, लेकिन उनमें से 70 प्रतिशत बातों को पूरा नहीं किया गया है. ऐसे में उन बातों को ना पढ़ा जाये, जो पूरा नहीं किया गया है. बृजमोहन अग्रवाल के साथ ही अजय चंद्राकर अपने सीट से खड़े हो गये और कहना शुरू कर दिया “आप पर राजनीति करने का आरोप लगाया गया है. राजभवन को राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया है. आपकी सुरक्षा की चिंता नहीं की गई है.”

टोकाटोकी की अनदेखी करते हुए राज्यपाल अनुसुइया उइके का अभिभाषण शुरू हुआ. राज्यपाल ने राज्य सरकार की उपलब्धि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के सरकार के प्रयासों का जिक्र किया. राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नरवा, गुरवा, घुरवा, बाड़ी योजना से प्रदेश के ग्रामीणों का विकास हुआ है. तीन सालों में छत्तीसगढ़ को 36 राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं. इनमें से ज्यादातर पुरस्कार अनुसूचित क्षेत्रों को मिला है.

छत्तीसगढ़ में सिंचाई सुविधा का विस्तार

राज्यपाल ने बताया कि 42 हजार हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा का विस्तार किया गया है. किसानों को त्वरित लाभ देने के लिए सिंचाई कर की 342 करोड़ की राशि अबतक माफ की जा चुकी है. प्रदेश में बच्चों को आवासीय कोचिंग की व्यवस्था की जा रही है. छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों के लिए छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद का गठन किया गया है.

छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य और रोजगार पर जोर

राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ सरकार की स्वास्थ्य और रोजगार से जुड़ी उपलब्धियां बताईं. उन्होंने कोरोना काल में टेस्टिंग और इलाज की व्यवस्था का जिक्र किया. राज्यपाल ने बताया कि उनकी सरकार ने महंगे इलाज से बचाने के लिए हाट बाजार क्लिनिक योजना की शुरुआत की है. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के जरिये भी लोगों को लाभ दिया जा रहा है. सरकार ने नोनी सशक्तिकरण योजना की शुरुआत की है.

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कसा तंज

एक बार फिर भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अब घर पहुंच शराब की सेवा मुहैया कराई जा रही है. बृजमोहन अग्रवाल ने राज्यपाल का अभिभाषण समाप्त होते ही कहा कि आपसे असत्य कथन कहलवाया गया है. गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बृजमोहन पर तंज कसते हुए कहा कि आप लोग कह रहे हैं कि असत्य कथन कहलवाया गया है तो आप लोग राजभवन नहीं जाइएगा. हालांकि इस टीका टिप्पणी के बीच राज्यपाल अपना अभिभाषण समाप्त कर सदन से रवाना हो गईं.