कटघोरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ नही होने के बाद भी, सिलेश्वरी कँवर पिछले 2 वर्षों से खाली नही कर रही शासकीय आवास, पिछले दो वर्षों से है शासकीय आवास में जमाया है कब्जा

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) ब्यूरो रिपोर्ट :-. कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कटघोरा के साथ साथ आसपास के वनांचल क्षेत्र के मरीज अपना ईलाज करने पंहुचतें हैं जहां गर्भवती महिलाएं भी अपना रूटीन चेकअप कराने आतीं हैं कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में ही स्टाफ क्वार्टर स्थित हैं यहां एक आवास में डॉ शिलेश्वरी कंवर निवासरत है और वही बीएमओ रूद्रपाल सिंह कँवर के नाक के नीचे बेधड़क इलाज कर रही है जबकि वो इस चिकित्सालय में पदस्थ ही नही है ,जिनका दिसंबर 2017 में ही स्थान्तरण अम्बिकापुर हो चुका था साथी अपने पद से इस्तीफा दे दिया वावजूद वो अब तक इस परिसर में सरकारी क्वाटर में रहकर मरीजो का बेधड़क खुलेआम इलाज करते आ रही है जबकि वो वर्तमान में इस हॉस्पिटल का हिस्सा ही नही है आखिर ये सब कैसे हो सकता है क्यो दो वर्षों से जिम्मेदार अधिकारियों ने अब तक सरकारी क्वाटर को खाली नही कराया या फिर मैडम जी के साथ तगड़ी सेटिंग हुई है क्योंकि अब तक क्वाटर खाली नही कराया जाना अनेक संदेहों को जन्म दे रहा है क्यंकि इस तरह अंगद के पांव की तरह जमी हुई है , और जानकारी यह भी मिल रही है वो एक जमनीपाली स्थित एक निजी क्लिनिक जीवन आशा हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं दे रही है और इसी अपने कटघोरा स्थित सरकारी आवास से, 102 महतारी एक्सप्रेस व एम्बुलेंस के कर्मचारियों से सांठगांठ कर मरीजो को अपने निजी हॉस्पिटल जमनीपाली रेफर करती है इलाज करने के नाम पर मरीजो से मनमाना रकम वसूल करती है , आपको बता दे जितने समय भी कटघोरा हॉस्पिटल में सिलेश्वरी कँवर पदस्थ रही थी वो हर समय विवादों के कारण सुखियो में रही थी कटघोरा स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की कमी होने के कारण गर्भवती महिलाओं से अपने निजी स्वार्थ के लिए मैडम अपने आवास पर ही ईलाज करती हैं। तथा अपने स्वयं के निजी अस्पताल जो कि जमनीपाली में स्थित हैं वहां पर मरीजों को रिफर कर देती हैं। जिससे उन मरीजों से ईलाज के बदले अच्छी खासी रकम वसूल करती है न जाने हॉस्पिटल के डॉक्टरों व उच्चाधिकारियों से क्या सेटिंग है कि वो अभी तक सरकारी आवास में काबिज है कोई भी उनको आज तक वहां से हिला नही पाया है , और बेधड़क खुलेआम महिलाओं का ईलाज बदस्तूर करती हैं । लेकिन चिकित्सा विभाग मौन हैं, जिनके पड़ोसी स्वयं विकासखंड चिकित्सा अधिकारी ( BMO ) निवास करतें हैं, लेकिन किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही अभी तक नहीं कि जा सकी है। आपको बता दें कि मैडम शिलेश्वरी कंवर जी के पति भी डॉक्टर हैं और वे इस समय अम्बिकापुर में पदस्थ हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि खबर आम होने के बाद प्रशासन इस ओर क्या कदम उठाते हैं यह देखने वाला विषय होगा।