रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ विद्युत विभाग में आंदोलन और हड़ताल का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. यहां बुधवार से एक बार फिर संविदाकर्मी हड़ताल पर रहेंगे. बीते साल भी संविदाकर्मियों ने हड़ताल कर सरकार के सामने अपनी मांगें रखी. यह आंदोलन 10 अगस्त से 21 अगस्त के बीच चला था. उसके बाद पावर कंपनी ने संविदा कर्मचारियों को मांगें पूरी करने का भरोसा दिलाया था. लेकिन एक बार फिर उनकी मांगें नहीं मानी गई जिसके बाद 5 फरवरी 2022 से विद्युत विभाग के संविदा कर्मी हड़ताल पर हैं. अब 9 फरवरी बुधवार से उनका बेमियाद हड़ताल शुरू होगा.
संविदा कर्मी संघ की प्रमुख मांगें
संविदा कर्मी पिछले कुछ सालों में लगातार अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर पावर कम्पनी प्रबंधन के सामने आंदोलन करते आ रहे हैं. संविदा कर्मी 9 फरवरी से अपने अपने घरों पर रहकर कार्य का बहिष्कार करेंगे. विद्युत वितरण कंपनी के संविदा कर्मियों का नियमितीकरण नई भर्ती के माध्यम से भी अभी तक नहीं हो पाया है. करीब 2500 संविदा कर्मियों ने आंदोलन की राह चुनी है.
संविदा कर्मी संघ की प्रमुख मांगें
- नई भर्ती में सभी संविदा कर्मी को मर्ज कर नियमित किया जाए
- कम्पनी की नई भर्ती संबंधित अधिसूचना तत्काल में जारी की जाए
- भू-विस्थापित संविदा कर्मियों को आदर्श पुनर्वास नीति के तहत लाभ दिया जाए
- दिवंगत संविदा कर्मियों के परिवार को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाए
बिजली कंपनी का काम होगा बाधित
संविदाकर्मियों के कार्य बहिष्कार का कम्पनी प्रबंधन पर काफी प्रभाव पड़ने की उम्मीद है. चूंकि फरवरी और मार्च महीना राजस्व वसूली की दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है. ऐसे में कम्पनी प्रबंधन संघ की मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार कर उचित निर्णय ले सकता है.