बिलासपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़) : बिलासपुर के तालापारा क्षेत्र निवासी युवक समीर खान ने सिविल लाइन थाना पहुंचकर (Youth commits self immolation in Bilaspur Civil Line police station) आत्मदाह करने की कोशिश की. उसे गंभीर हालत में सिविल लाइन पुलिस ने आनन-फानन में सिम्स मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है. युवक का वहां इलाज जारी है.
यह है पूरा मामला
सिविल लाइन थाना क्षेत्र निवासी समीर खान ने शुक्रवार देर रात थाना सिविल लाइन पहुंचकर आत्मदाह करने की कोशिश की. वह अपने भाई के साथ थाना पहुंचा और देखते-देखते ज्वलंतशील पदार्थ अपने ऊपर डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया. बताया जाता है कि वह किसी मामले में बीते तीन दिन से लगातार रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए सिविल लाइन थाना जा रहा था. लेकिन पुलिस ने उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी. इसी से नाराज युवक ने शुक्रवार देर रात सिविल लाइन थाना पहुंच आत्मदाह करने की कोशिश की. बताया जाता है कि युवक गंभीर रूप से जल गया है. उसका इलाज सिम्स मेडिकल कॉलेज में चल रहा था, जहां से गंभीर हालत में उसे रायपुर रेफर किये जाने की सूचना मिल रही है.
परिवार ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप
आत्मदाह करने वाले युवक की मां मुमताज खान ने थाना सिविल लाइन पहुंचकर पूरे मामले की मीडिया को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उनके बेटे के साथ तीन दिन पहले मारपीट हुई थी. इसकी रिपोर्ट लिखाने वह लगातार तीन दिन से सिविल लाइन थाना जा रहा था. लेकिन उसके पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की. इससे तंग आकर आखिरकार युवक ने आत्मदाह करने की कोशिश की. युवक की मां ने पुलिस पर आरोप लगाया कि रिपोर्ट दर्ज नहीं करने से नाराज था. युवक के साथ उसका भाई भी घटना के समय साथ था.
छोटे बेटे से परिजनों को मिलने नहीं दे रही पुलिस
परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि अब उसके छोटे बेटे को भी पुलिस उनसे मिलने नहीं दे वही है. साथ ही उसके साथ भी पुलिस ने मारपीट की है. जबकि इस मामले में पुलिस ने अलग ही कहानी बताई है. पुलिस का कहना है कि युवक शादीशुदा है. उसका पिछले कुछ सालों से कोटा में रहने वाली एक महिला के साथ प्रेम संबंध रहा. इस मामले में युवक ने महिला को कुछ पैसे भी दिये थे. अब महिला ने उससे बात करनी बंद कर दी है. युवक बार-बार महिला से पैसे की मांग कर रहा था, लेकिन पैसे नहीं दिये जाने से काफी क्षुब्ध था.
एक दिन पहले भी युवक ने खाया जहर
इस मामले में बिलासपुर एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि एक दिन पहले भी युवक ने जहर खा लिया था. इसके अलावा वह उनसे मिलने एसपी कार्यालय भी पहुंचा था. तब युवक से मिलकर एसएसपी पारुल माथुर ने उसकी काउंसलिंग भी की थी, लेकिन युवक ने शुक्रवार देर रात सिविल लाइन थाना पहुंचकर घटना को अंजाम दे दिया.
बहरहाल मामला जो भी हो, लेकिन किसी व्यक्ति का थाना पहुंचकर खुद के ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह करना गंभीर मामला है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब युवक आत्मदाह कर रहा था, तब पुलिस कहां थी. ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने आखिर युवक को आत्मदाह करने से क्यों नहीं रोका और अगर पुलिस के सामने युवक ने आत्मदाह की तो ऐसे में पुलिस का कर्तव्य और मानवता कहां थी.