मुकबधीर ने निभाई दीपका गोली कांड सुलझाने मे अहम भूमिका

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़)अजय राय :- एक ओर जहां हर कोई नये साल का जश्न मानने मे व्यस्त था वही दीपका थाना क्षेत्र मे 31/12/2021 के रात्रि तकरीबन 10:30 बजे झाबर निवासी सरोजनी बाई के घर में घुसकर दो अज्ञात लोगो ने सिर में गोलीमार कर घर में स्खे 50,000/ रूपये की लूट कर भाग गये थे। जिस पर थाना दीपका में अपराध क्रमांक 326/2021 धारा 307,34 भादवि 25,27 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबध्द घर लिया गया।
दीपका थाना प्रभारी अविनाश सिंह और टीम ने कड़ी मेहनत से सुलझाया मामला
मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने मामले की पतासाजी के लिए सायबर सेल व थाना दीपका प्रभारी के नेतृत्व विशेष टीम का गठन किया, जहा इस प्रकरण के हर एक कड़ी को जोड़कर नये एंगल से बारिकी से जान्च की गयी।
लगातार निराशा हाथ लगने से पुलिस अधीकारी भी हताश होने लगे
लगातार दिन बीतते जा रहे थे लगभग एक माह होने को था।इस बीच पुलिस ने मामले की पड़ताल नये सीरे से की जहां पीड़िता के पति सन्नी से पुलिस ने विस्तार पूर्वक पूछताछ किया ।
जिसमे घटना दिनांक के दिन में सन्नि अपने ट्रैक्टर का लोन पटाने के लिये घर में रखे पैसा जमा करने वाले मिटटी के बर्तन को फोड़कर करीबन 50,000/रुपये को आलमारी में रखा था। जिसकी जानकारी अपने करतला निवासी दोस्त जावेद को दिया था। जो कि घटना दिनांक को सन्नी से मिलने दीपका भी आया था ।घर में पैसा होने की जानकारी मिलने पर जावेद बांकीमोंगरा अपने दोस्त धरम सिंह राजपूत के पास जाकर उसको सारा बात बताकर दोनों ने लूट करने का प्लान किया और रात को करीबन 09:30 बजे के आसपास दोनों पिस्टल लेकर सनी के घर के पास इंतजार करने लगे जैसे ही सनी घर से बाहर गया मौका पाकर दोनों आरोपी घर में घुस गये और सरोजनी बाई को गोली मारकर आलमारी में रखे 50,000/ रूपये को लूट कर भाग गये।
मुखबधिर ने पहचाना अरोपियों को
जब दोनों आरोपी घटना कारित कर भाग रहे थे तभी लोग सन्नी के पडोसी मुखबधीर युवक नामक कोन्दा से टकरा गये।
वही दोनों आरोपियों की पहचान कोन्दा ने मुखबधीर लेंगवेज एकस्पर्ट व तहसीलदार के समछ कि,वही कोंदा के इस साहस पर पुलिस विभाग द्वारा विशेष पुरुस्कार देने की सिफारिश भी की ।
गोली चलाने की मंशा नहीं थी फिर भी धरम ने गोली चला दी
आरोपी जावेद ने बताया कि धरम
सिंह राजपूत पिस्टल लेकर आया था और नशे में गोली चल गई उसका गोली मारने का नियत नही था। घटना के बाद मामले का मुख्य आरोपी धरम सिंह राजपूत पकड़ाने के डर से व पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण पिस्टल को बलगी नदी में फेंक दिया था। आरोपी जावेद अहमद घटना के पूर्व से दूसरे दिन तक अपना मोबाईल को बंद करके रखा हुआ था। मामले में उक्त दोनों आरोपीगणों को विधिवत गिरफतार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।