कोरबा( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): कोरबा जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ग्राम पंचायत गुरसियां के प्रतिनिधियों द्वारा आपात बैठक आहूत कर बाजार बंद करने का निर्णय लिया गया। इस निर्णय के बाद गुरुवार को लगने वाला साप्ताहिक बाजार बंद रहेगा, जिसके बाद बाजार में व्यापार के लिए पहुंचे व्यापारियों में खासी ननाराज़गी देखी गई। जिसे लेकर बड़ी संख्या में छोटे व्यापारी पोंडी उपरोड़ा अनुविभागीय कार्यालय पहुंचकर कार्यालय SDM के समक्ष अपनी बात रखी और बाजार नही लगने से होने वाली समस्याओं से SDM को अवगत कराया। इस बीच नाराज़ छोटे व्यापारियों के द्वारा गुरसियां पंचायत के जनप्रतिनिधियों के SDM कार्यालय पहुंचने पर हंगामा भी किया। इस बीच बांगों पुलिस अप्रिय घटना को देखते हुए पूरी तरह मुस्तैद रही।
यहां बता दें कि वैसे ही इस संक्रमण काल में बाज़ार हाट लगाने वाले छोटे व्यापारियों को नुकसान झेलना पड़ रहा है वहीं कुछ व्यवसायियों द्वारा मुनाफाखोरी के चक्कर में तय दाम से अधिक कीमत लोगों से वसूली जा रही है और अब बाजार के इस तरह से बंद कराने के निर्णय से गरीब तबके के लोगों को और परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
कोरोना काल में हुए लॉकडाउन से नही उबरे व्यापारियों ने बताई अपनी समस्या
कोरोना काल में लॉक डाउन होने की स्थिति में लगभग 2 सालों से छोटे व्यापारियों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने मीडिया से अपनी बात रखते हुए कहा कि गुरसियां पंचायत द्वारा स्पाताहिक बाजार को बंद करना बिल्कुल गलत है। इससे दूर दराज से आने वाले ग्रामीणों को रोज मर्रा की जरूरत के सामानों के लिए आना पड़ता है और बाजार बंद होने से ग्रामीणों के साथ साथ छोटे व्यापारियों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। छोटे हाट बाजार लगाने वाले छोटे व्यापारी जमीन गिरवी रखकर, कर्ज लेकर अपना छोटा व्यापार कर अपने परिवार का भरण पोषण करते है और पंचायत जनप्रतिनिधियों द्वारा इस तरह प्रशासन के आदेश बिना बाज़ार बंद कराना बिल्कुल गलत है।
SDM ने जनप्रतिनिधियों को समझाइस देते बाज़ार खोलने की दी अनुमति
गुरसियां साप्ताहिक बाज़ार बंद कराने के निर्णय से नाराज़ छोटे व्यापारी पोंडी उपरोड़ा अनुविभागीय कार्यालय पहुंचकर SDM श्री तेंदुलकर को ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों द्वारा बाज़ार बंद कराने के फरमान को गलत बताते हुए बाज़ार को खोले जाने की मांग की। SDM ने पंचायत के जनप्रतिनिधियों को कार्यालय बुलाकर प्रशासन के बिना निर्देश के बाज़ार बंद कराने के निर्णय को गलत बताते हुए गुरुवार को लगने वाले साप्ताहिक बाज़ार को खोले जाने का निर्देश देते हुए व्यापारियों को आश्वस्त किया। और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बाजार संचालित करने के लिए निर्देशित किया।