कटघोरा : बस स्टैंड के सामने हुआ दर्दनाक सड़क हादसा.. तेज रफ्तार ट्रेलर ने दो युवकों को बनाया अपना शिकार.. एक कि मौके पर हुई मौत.. दूसरे को आई गंभीर चोट.. शहर के भीतर प्रवेश कर रहे भारी वाहनों को लेकर लोगों ने किया हंगामा.

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) : शहर में लगने वाले जाम से निजात दिलाने और भारी वाहनों से हो रही दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन से कई दफा यहां के लोगों द्वारा शहर में नो एंट्री लगाने की गुजारिश की जा चुकी है। नो एंट्री न होने से शहर से बाहर बायपास होने के बावजूद भारी वाहन अपनी तेज रफ्तार में शहर के भीतर प्रवेश कर रहें हैं। जिससे शहर में आयदिन दर्घटना होती रहती है।

आज शाम तकरीबन 9:30 बजे न्यू बस स्टैंड कटघोरा के सामने मुख्य मार्ग पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने दो युवकों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दर्दनाक सड़क हादसे में एक युवक की घटना स्थल पर ही मौके पर मौत हो गई तथा दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया। बतादें आज शाम 9 बजे न्यू बस स्टैंड के ठीक सामने अम्बिकापुर की ओर से आ रही तेज रफ्तार एक ट्रक ने मोटर सायकिल सवार तहसील भाठा निवासी अरविंद सिंह राजपूत एवं जावेद को अपनी चपेट में ले लिया इस दुर्घटना में अरविंद सिंह राजपूत की घटना स्थल पर ही मौत हो गई वहीं साथी जावेद गंभीर रूप से घायल हो गया। ट्रेलर चालक घटना को अंजाम देकर वहां फरार हो गया।

इस दर्दनाक सड़क हादसे के बाद मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने कटघोरा पुलिस की मौजूदगी में शहर के भीतर प्रवेश कर रहे भारी वाहनों के प्रवेश पर नाराजगी जताते हुए हंगामा किया। एक घण्टे के हंगामे में सड़क के दोनों ओर वाहनों के8 कतारें लग गई। कटघोरा SDOP ईश्वर त्रिवेदी एवं थाना प्रभारी नवीन देवांगन व उनकी टीम ने लोगों को समझाइस देते हुए हंगामे को शांत कराया तथा मृतक के शव को कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। आज समस्त प्रक्रिया पूर्ण होने पर शव परिजनों को सौप दिया गया।

प्रतिदिन नियमों को ताक पर रख कर भारी वाहनों का दिनभर आवागमन होता रहता है। बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था के चलते शहरवासियों के समक्ष प्रतिदिन शहर में आने-जाने में समस्या खड़ी हो रही है। इसके बावजूद दिन में ही भारी वाहनों शहर से होकर गुजरते रहते हैं। वैसे तो शहर में यातायात की समस्या वर्षों से ढीली-ढाली बनी हुई है। आलाधिकारियों द्वारा इस पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई किए जाने से कुछ दिन स्थिति बदल तो जाती है लेकिन, फिर से यह समस्या मुंह बाये खड़ी हो जाती है। जिसका खामियाजा शहरवासियों और यहां से गुजरने वालों को भुगतना पड़ रहा है।