कटघोरा : शहीद वीर नारायण चौक में निकला साढ़े चार फीट लंबा सांप.. स्नेक कैचर केशव ने 15 मिनट की मशक्क्त कर पकड़ा सांप.. सुरक्षित रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा..अब तक हज़ारों विषैले सांपों का रेस्क्यू कर चुके है केशव.

कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : सांप को करीब में देखकर अच्छे-अच्छों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। ज्यादातर लोग भयभीत होकर सांपों को मार डालते हैं, लेकिन स्नेक कैचर केशव जायसवाल के लिए सांप पकड़ना मामूली सी बात है। कोई भी जहरीले सांप रहे उसे पकड़कर सुरक्षित रेस्क्यू करने के साथ आमजन की भी जान बचाने में वह सहायक हो रहा है।

कटघोरा के शहीद वीर नारायण चौक पर शाम 6 बजे अचानक ल9गों की भीड़ उमड़कर चौराहे पर लगे हाई मास्क लाइट के खम्भे के पास भीड़ लगाकर रखे थे । दरअसल चौक पर लगभग 5 फिट मोटा अजगर निकला था और वो वहां पर घूम रहा था। लेकिन भीड़ देखकर अजगर डर में बिजली के खंभे में घुस गया। वहीं पर एक युवक ने स्नेक केचर केशव जायसवाल को इसकी सूचना दी। केशव तत्काल कटघोरा चौक पर पहुंच कर खंभे में घुसे अजगर का रेस्क्यू शुरू किया। अजगर बिजली के खम्भे में ऊपर की ओर पहुंच चुका था। लेकिन केशव ने बड़ी मेहनत कर उस 5 फिट अजगर का सुरक्षित रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया।

अब तक किया लगभग 5 हज़ार सांपो का सुरक्षित रेस्क्यू

केशव जायसवाल मूलतः विकासखंड कटघोरा अंतर्गत ग्राम डुडगा का रहने वाला है। 26 वर्षीय केशव जायसवाल से ही सर्प पकड़ने का शौक पिछले 6 वर्षों से है और धीरे-धीरे उसने स्नेक रेस्क्यू करना प्रारंभ किया। आज केशव जायसवाल स्नेक कैचर के रूप में कटघोरा एवं आसपास के ग्रामीण अंचल में पहचाना जाता है। किसी के मकान अथवा आसपास सांप होने की सूचना मिलने पर वह बिना देरी किए मौके पर पहुंच जाता है एवं सुरक्षित रेस्क्यू कर सांपों को पकड़ कर सुरक्षित जंगल में ले जाकर छोड़ देता है। इस प्रकार उसने 5 सालों में अब तक लगभग साढ़े चार हज़ार से ज्यादा विभिन्न जहरीले सांपों का सफल रेस्क्यू किया है। इनमें करैत, धमना, डोमी, अहिराज, कोबरा, अजगर सहित अन्य सांपों की प्रजाति शामिल है।

केशव जायसवाल का कहना है कि यदि किसी के घर, दुकान अथवा बाहर मोहल्ले में किसी भी प्रकार का सर्प दिखे, तो उसे छेड़े व मारे नहीं। 90 प्रतिशत सर्प जहरीले नहीं होते इनसे डरने की आवश्यकता नहीं है। इसकी जानकारी उन्हें मोबाइल नं 7000696275 पर फोन के जरिये तत्काल दे, ताकि सांप को सुरक्षित पकड़कर जंगल में छोड़ते हुए आमजन के मन में सर्प के डंसने का उपजे भय को दूर किया जा सके।