बिलासपुर( सेंट्रल छत्तीसगढ़): धार्मिक स्थलों पर कोरोना गॉइडलाइन के अनुसार पूजा-पाठ और इबादत की इजाजत मिली है. नवरात्र के दौरान मां महामाया देवी की (Mata Mahamaya Devi) रतनपुर में कोरोना वायरस गॉइडलाइन के अनुसार दर्शन हो सकेंगे. दर्शन से पहले कोरोना वैक्सीन का सर्टिफिकेट (Corona Vaccine Certificate) दिखाना होगा. तभी देवी दर्शन का लाभ मिल सकेगा.
मां महामाया का दर्शन के लिए पहुंचते हैं श्रद्धालु
रतनपुर की मां महामाया देवी की देश, प्रदेश के अलावा विदेशों से भी श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. यहां नवरात्रि पर्व के 9 दिनों में लाखों श्रद्धालु मां महामाया का दर्शन लाभ लेते हैं. अब कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए महामाया मंदिर ट्रस्ट दर्शन लाभ करवाएगी. मंदिर ट्रस्ट कोरोना वायरस से बचाव के लिए सावधानियां अपना रही है.
वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट लाना अनिवार्य
ट्रस्ट ने मंदिर आने वाले दर्शनार्थियों को अपने साथ वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट लाना अनिवार्य कर दिया है. किसी के पास वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट न होने पर आरटीपीसीआर रिपोर्ट की कॉपी दिखानी होगी. बिना मास्क के प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा. दर्शनार्थियों को सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करना होगा.
रात 10 बजे मंदिर का पट होंगे बंद
इसी प्रकार से मंदिर में फुल-माला, प्रसाद आदि निर्धारित स्थान पर जमा कर काउंटर से प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे. मंदिर में सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करते हुए केवल दर्शन की अनुमति होगी. नवरात्रि पर्व पर प्रातः 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक महामाया देवी की दर्शन लाभ कर सकेंगे. सप्तमी में रात 10 बजे मंदिर का पट बंद कर दिया जायेगा. इसलिए पदयात्रियों से पदयात्रा न करने की अपील की गई है.
ट्रस्ट कार्यकारिणी द्वारा पूर्व में ही भीड़भाड़ वाले सभी कार्यक्रम जैसे भागवत, कथा, प्रवचन, माता सेवा, जगराता जैसे रात्रि कालीन कार्यक्रम और आम जनता के लिए नौ दिनों तक चलने वाला निःशुल्क भंडारा स्थगित कर दिया गया है. मनोकामना ज्योति कलश ऑनलाइन माध्यम से दर्शन कराया जाएगा.