छत्तीसगढ़ में प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर शासकीय स्कूलों को इंग्लिश मीडियम बनाया गया है।जहां बच्चों को इंग्लिश मीडियम के माध्यम से शिक्षा दी जानी है लेकिन कटघोरा में संचालित इंग्लिश मीडियम स्कूल मै शिक्षक की नियुक्ति नहीं होने से यहां पढ़ने वाले इन बच्चों का भविष्य अंधकार में होते जा रहा है…

डैक्स कोरबा (कटघोरा) :- इंग्लिश मीडियम स्कूल में कक्षा पहली से लेकर दूसरी तक की पढ़ाई इंग्लिश मीडियम के माध्यम से की जानी है,लेकिन यहां के शिक्षक जो हिंदी माध्यम स्कूल के शिक्षक हैं इन्हीं के भरोसे ही इन्हें छोड़ दिया गया है। जिससे ना ही इन बच्चों को पूरी तरह शासन की योजनाओं का लाभ मिल रहा है ना ही इनकी जो पढ़ने की शैली है उसमें कोई सुधार आ रहा है। आदिम जाति बेसिक प्राथमिक शाला कटघोरा को नए भवन में शिफ्ट कर इन बच्चों को इंग्लिश मीडियम के माध्यम से पढ़ाया जाना है। यहां कक्षा पहली में कुल 33 और कक्षा दूसरी में 30 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन इंग्लिश के टीचर ना होने की वजह से यहां पदस्थ 4 शिक्षक जो हिंदी मीडियम के हैं उन्हीं के भरोसे इन बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। वही बेसिक स्कूल में कक्षा छठवीं के 12 बच्चे इंग्लिश मीडियम के माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं ।लेकिन यहां भी इन बच्चों को पढ़ाने वाला कोई शिक्षक नियुक्त नहीं किया गया है जिसके कारण यह बच्चे स्कूल तो आते हैं लेकिन शिक्षक ना होने की वजह से कक्षा में ऐसे ही बैठे रहते हैं। विडंबना यह है कि शासन द्वारा इतनी महत्वपूर्ण योजना को अमलीजामा पहनाने कोई जहमत नहीं उठा रहा है।नतीजतन इन मासूमों के भविष्य अब अंधकारमय होते जा रहा है। शासन द्वारा योजना तो बनाई जाती है लेकिन धरातल पर उतर नहीं पाती।