पाली : सरपंच-सचिव की शिकायत लेकर ग्रामीण पहुंचे सीईओ के दफ्तर.. लगाई गुहार, नहीं हो रहा गाँव में विकास..शासकीय धनराशि का अनाधिकृत रूप से आहरण कर अपना व्यक्ति गत उपयोग कर रहे.

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़):- पंचायत को विकास कार्यों के लिए शासन द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत प्रतिवर्ष लाखो रुपये आवंटित किया जाता है लेकिन सरपंच- सचिव की लापरवाही के कारण इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पाता है। जिससे ग्रामीण अपनी छोटी- छोटी आवश्यकताओ के लिए प्रशासन का चक्कर काटने पर मजबूर रहते हैं। ग्राम पंचायत डोंगानाला, जनपद पंचायत पाली की सरपंच पत्रिका खुरसेंगा एवं पूर्व सचिव रामकुमार टेकाम,अजय कुर्रे की भी ऐसी ही लापरवाही की शिकायत यहां के पंचों ने ज्ञापन के माध्यम से जनपद सीईओ पाली से की है। पंचों का आरोप है कि उनके यहां की सरपंच व सचिव द्वारा पंचायत अंतर्गत संचालित 13 वार्डों के विकास कार्यों की ओर जनहित में रुचि नही लिया जाना निंदनीय है। इस तरह के उदासीनता से स्पष्ट है कि पंचायत फंड का मूलभूत एवं 14वे वित्त, 15वे वित्त की शासकीय धनराशि का अनाधिकृत रूप से आहरण कर अपने व्यक्ति गत उपयोग करते हुए स्वयं का मकान बनवाया जा रहा है।

पंचों द्वारा 5 बिंदु में शिकायत पत्र विगत 23 सितंबर 2021 को सीईओ वीरेंद्र कुमार राठौर को सौंपा गया है। जिसमे सरपंच- सचिव के द्वारा बहुत लंबे समय से मासिक बैठक का आयोजन नही रखा जाना, ग्राम पंचायतों के सदस्यों को वर्तमान समय मे पंचायत फंड का आय- व्यय की राशि का कोई जानकारी नही दिया जाना, मूलभूत एवं 14वे, 15वे वित्त की राशि का आज पर्यन्त तक ग्राम पंचायत के हित मे कोई भी कार्य नही लिया जाना, वार्षिक कार्य योजनांतर्गत ग्राम सभा का अनुमोदन कर पंचायत प्रस्ताव जनपद पंचायत को करने पर निरंक व पंचायतों के सदस्यों द्वारा ग्राम विकास पर पंचायत हित मे कार्य करने हेतु युक्ति- युक्त अवसर दिया जाना परंतु पालन की अवहेलना कर अनुपस्थित होने पर पंचायत के अनेकों कार्य निरंक होना प्रमुख है।

पंचों की मांग है कि मूलभूत एवं 14वे वित्त व 15वे वित्त से कराए गए कार्यों का गुणवत्ता अवलोकन सहित भौतिक सत्यापन पंचों एवं ग्रामीणों के समक्ष कराकर अनियमितता पूर्ण कार्य करने वाले सरपंच- सचिव पर पंचायती राज अधिनियम के तहत कार्यवाही कर पंचायत सदस्यों को उचित माध्यम प्रदान करें। शिकायतकर्ता पंचों में श्रीमती रामकुमारी, जानबाई, रामशिला बाई, त्रिवेणी बाई, रामायणमति, चित्रलेखा, गुलाब सिंह, जयसिंह नेटी सहित अन्य शामिल है।