कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)अजय राय:-कोरबा में SECL के गेवरा माइंस में शुक्रवार देर रात खदान के भीतर कोयला खनन में लगे 240 टन क्षमता वाले डंपर में भीषण आग लग गई। डंपर में आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि इस आगजनी से एसईसीएल को करोड़ों का नुकसान हुआ है। इस घटना ने एक बार फिर से खदान के भीतर सुरक्षा उपाय और वाहनों के मेंटेनेंस की पोल खोल कर रख दी है। बताया जा रहा है कि
माइंस के भीतर जिस डंपर में भीषण आग लगी है, वह कैटरपिलर नाम की निजी कंपनी की है। घटना के वक्त डंपर ऑपरेटर केके श्रीवास इसे अपनी शिफ्ट में ऑपरेट चला रहे थे। जिस समय यह घटना हुई, उस समय डंपर में कोयला लोड था और कोल स्टॉक की ओर ले जाया जा रहा था। इसी दौरान डंपर के इंजन में अचानक आग भड़क गई और देखते ही देखते डंपर में भीषण आग लग गई। जबकि ऑपरेटर ने किसी तरह आनन-फानन में नीचे कूदकर अपनी जान बचाई। घटना की सूचना मिलने के बाद खदान के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। फिर पानी टैंकर के जरिये आग पर काबू पाया गया।
शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका
डंपर में शॉर्ट सर्किट से आग लगणे की आशंका जताई जा रही है। इस घटना ले बाद एक बार फिर इसे सुरक्षा के इंतजामों में बड़ी चूक माना जा रहा है। डंपर में लगे अग्निशमन यंत्र भी घटना के वक्त काम नहीं कर रहे थे। 240 टन क्षमता के डंपर की कीमत करोड़ों में होती है। गेवरा माइंस में हुए इस हादसे में जहां ऑपरेटर की जान तो किसी तरह बच गई,लेकिन SECL का काफी नुकसान की आशंका है।
कोरबा से अजय राय की रिपोर्ट……