गरियाबंद में अपने ही विभाग से लाखों की धोखाधड़ी करने वाला JE पहुचा जेल.

गरियाबंद (सेंट्रल छत्तीसगढ़): जिले के देवभोग में विद्युत विभाग (electrical department) के कनिष्ठ यंत्री (junior engineer) को देवभोग पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इंजीनियर ने मिलीभगत कर नियमत: पेट्रोल पंप मालिक से ली जाने वाली 4 लाख 36 हजार की राशि लिए बिना ही पंप में बिजली कनेक्शन दिया था. जिसकी जानकारी मिलने पर विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता ने अपने अधीनस्थ कर्मचारी, पेट्रोल पंप संचालक, ठेकेदार के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जांच में पूरे मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने फरार चल रहे इंजीनियर (Junior Engineer arrested) को गिरफ्तार कर लिया.

कुछ लोगों ने विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों को छैल डोंगरी के पेट्रोल पंप में बिना शासकीय अनुमति के कनेक्शन (Electricity connection without permission) देने और ट्रांसफार्मर लगाने की शिकायत की थी. जिस पर अधिकारियों के निर्देश पर नव स्थापित पेट्रोल पंप छैलडोंगरी पहुंचे JE विनोद कुमार तिवारी और शैलेन्द्र चंद्र कुसुम ने देखा कि बिना भुगतान के ही पेट्रोल पंप में बिजली का कनेक्शन दिया गया है. जिससे छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूश्न कंपनी के साथ धोखाधड़ी कर 4लाख 36 हजार का नुकसान पहुंचाया गया.

मामले मे पेट्रोल पंप संचालक जागेश्वर सिन्हा, JE अनिल नामदेव और ठेकेदार अभिमन्यु साहू के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. हालांकि पेट्रोल पंप संचालक और ठेकेदार ने अग्रिम जमानत ले ली है. आरोपी जूनियर इंजीनियर को उनके निवास स्थान बेमेतरा से देवभोग पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. विभाग अब आरोपी इंजीनियर की तरफ से दूसरी जगह दिए गए कनेक्शन की जांच करवा रहा है.