बीईओ ने जिले के एजुकेशन ग्रुप में डाला अश्लील वीडियो ,कुछ देर बाद डिलीट कर मांगी माफी.

नारायणपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़) : जिले के शिक्षा विभाग (Education Department) के सबसे चर्चित नारायणपुर के खंड शिक्षा अधिकारी (Block Education Officer) खेमेश्वर पाणिग्राही किसी न किसी कारण से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. हाल ही में इन्होंने जिले के एजुकेशन ग्रुप में पोर्न वीडियो (Porn Videos) पोस्ट कर दिया. इस ग्रुप में जिले के समस्त उच्चाधिकारियों सहित महिला कर्मचारी भी जुड़ी हुई हैं. हालांकि एजुकेशन ग्रुप में यह वीडियो डालने के कुछ देर बाद ही उन्होंने माफी मांग ली और लिखा कि उनका मोबाइल किसी दूसरे व्यक्ति के पास था और उसी ने यह वीडियो पोस्ट की.

कर्मचारियों में है रोष

खंड शिक्षा अधिकारी के इस कृत्य के बाद आम जनमानस और शिक्षा विभाग के समस्त कर्मचारियों के बीच उनके विरुद्ध काफी रोष है. इन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है. बीईओ की इस तरह की हरकत पर लोगों में आक्रोश है और इस पर कार्रवाई की मांग को लेकर लगातार नारायणपुर जिले के सभी सोशल मीडिया ग्रुप में यह मामला छाया हुआ है.

बीईओ के जीजा हैं विधायक

गुरुवार को भाजयुमो जिलाध्यक्ष जैकी कश्यप ने कहा कि एक शिक्षा विभाग का अधिकारी अगर इस तरह के घटिया कार्य को अंजाम देता है तो आप उसकी मानसिकता का अंदाजा लगा सकते हैं कि उसके दिमाग में क्या भरा है. ऐसी घटिया मानसिकता के अधिकारी को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. अगर उस पर कार्रवाई नहीं होगी तो पूरा भाजपा युवा मोर्चा व अन्य संगठन पुरजोर विरोध करेंगे. आगे कहा कि सुनने में यह भी आता है कि यहां के नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप उनके जीजा लगते हैं. ऐसा बीईओ ने खुद कहा है. अब देखना है कि इन पर क्या कार्रवाई होती है.


आवेदन देकर कहा-मेरा मोबाइल किसी और के पास था

सोशल मीडिया में गहमागहमी के बीच विकास खंड शिक्षा अधिकारी खेमेश्वर पाणिग्रही ने 23 सितंबर को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जिला नारायणपुर को आवेदन दिया है. इसमें बताया गया कि सोशल मीडिया में अश्लील वीडियो पोस्ट करने के संबंध में जो वीडियो एजुकेशन ग्रुप में डाला गया है, वह किसी अनजान व्यक्ति ने मेरे मोबाइल से ग्रुप में भेजा है. जिस दिन वीडियो पोस्ट किया गया, उस दिन बस्तर संभाग जगदलपुर की कार्यशाला थी. जिसमें मैं अधिकारियों के साथ खाना खाने मौजूद रहा. मैं वरिष्ठ अधिकारियों से कर्बद्ध निवेदन करता हूं कि मुझे इस शर्मिंदगी कार्य में फांसी हो जाने मर जाने जैसा लग रहा है. इस कृत्य में मेरी कोई गलती नहीं है, क्योंकि मुझे शिक्षा लोक व्यापारीकरण करते हुए शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना है. मैं स्कूल में अनुपस्थिति, मद्यपान करने वाले और समय पर नहीं पहुंचने वाले शिक्षक की कूट रचना में लगा रहता हूं.