राजनांदगांव(सेंट्रल छत्तीसगढ़): जिले में यूरिया खाद के संकट के बीच खाद का रैक आते ही बीते देर रात प्रशासन ने रेलवे स्टेशन पर दबिश देकर व्यापारियों के बजाय सीधे सोसायटी में खाद भेजी है. अब जिले में खाद की किल्लत दूर हो जाएगी.
केंद्रीय सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनील वर्मा
राजनादगांव जिले में यूरिया खाद की कालाबाजारी को लेकर किसान काफी परेशान थे. बाजारों से दोगुने से भी ज्यादा दामों पर किसानों को खाद खरीदनी पड़ रही थी. लेकिन अब राजनादगांव जिले में खाद की किल्लत काफी हद तक दूर हो चुकी है. खाद का रैक आते ही प्रशासन ने देर रात रेलवे स्टेशन में दबिश देकर व्यापारियों के बजाय सीधे सोसायटी में खाद भिजवाया है.
केंद्रीय सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि दो दिन पहले ही राजनादगांव में यूरिया खाद की रैक पहुंची थी. जो शहर के व्यापारियों के नाम पर आई थी. चूंकि खाद के लिए बैंक द्वारा करीब 9 करोड़ रुपए का भुगतान कंपनी को किया जा चुका था. इसलिए जिला कलेक्टर के आदेशानुसार खाद की रैक को प्रशासन द्वारा कार्रवाई करते हुए करीब 2,280 मीट्रिक टन खाद को नियमानुसार अपने कब्जे में किया. राजनादगांव और कबीरधाम जिले की 178 सोसायटियों तक पहुंचा दिया है. उन्होंने बताया कि किसानों को खाद का वितरण कार्य भी शुरू कर दिया गया है.
सोसायटी को सीधे खाद भेजे जाने से जिले में चल रहा खाद संकट दूर हो जायेगा. वहीं खुले बाजार मे मनमाने दामों पर व्यापारी खाद नहीं बेच पायेगे. प्रशासन की इस कार्रवाई से खाद व्यापारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है. वहीं किसानों को राहत मिल रही है.