कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)हिमांशु डिक्सेना:- इन दिनों किसानों के खेतों में हरे भरे लहलहाते धान की फसल में बीमारी का प्रकोप फैलने की संभावना बन रही हैं जिसे देखते हुए उसे रोकथाम करने के लिए वरिष्ट कृषि विकास अधिकारी संदीप सिन्हा के निर्देशानुसार ग्राम अलगीडॉड में ग्रामीण कृषि विस्तार पुष्पा टंडन के द्वारा चौपाल लगाकर धान की फसल में होने वाली बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया साथ में धान की फसल को बीमारी से बचाने व उसे रोकथाम करने की दवाई के बारे में जानकारी दिया गया कौन सी बीमारी में किस दवाई का उपयोग करना है इसकी जानकारी देने के साथ उन्होंने यह बात किसानों को भूल जाने की जिक्र करते हुए किसानों को हमेशा याद रहे इसलिए कागज के पन्ने लेकर धान की फसल में होने वाली बीमारी के प्रकार कौन सा बीमारी कब और कैसे किस समय होते हैं और इनके रोकथाम के लिए कौन सी दवाई का उपयोग करना चाहिए इसे किसानों को बकायदा कागज में लिखकर रखने को कही,ताकि हमेशा जानकारी बना रहे, उन्होंने किसानों को धान की अधिक पैदावार करने के लिए सर्वाधिक जागरूक होने की बात कही किसानों को भरपूर मदद करने के साथ किसानों को अधिक पैदावार धान लेने के लिए भरपूर मदद करने की कोशिश होगी यह भी बात उन्होंने किसानों से कहा कृषि क्षेत्र के कमजोर कड़ियों की पहचान के साथ खेती की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत बनाने और कृषि में रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए चौपाल लगाकर किसानों के बीच विचार विमर्श किया गया
धान की फसल में होने वाले रोग के प्रकार धान का झुलसा रोग, जीवाणु जनित झुलसा, धान भुरी रोग चित्ती रोग, नेक प्लास्टर, दीमक कीट, तना छेदक कीट, धान का खैरा रोग, इन सभी रोगों से बचाने दवाई को कागज के पन्नों में लिख कर दिया किसानों को कहां किसानों के कल्याण के लिए मेरी नियुक्ति हुई है मेरी पहली प्राथमिकता शासन की महत्वकांशी योजनाओं की बुनियादी सुविधाओं को किसानों तक पहुंचाना और किसानों को लांभवित करना, इस दौरान गौठान समिति के अध्यक्ष महेत्तर सिंह, त्रिभुवन सिंह मरकाम पंच, सीताराम यादव पंच, सुनीता धनु हार पंच, शिवरतन कवर पंच, कोटवार सुमिरन दास, संतोष कुमार जगत, इंदल सिंह, हरिहर, दयाली, बंसीलाल, दिलीप जगत, मोहित राम यादव,आदि उपस्थित रहे